सुशील कटियार व शिक्षा निदेशक संजय मोहन पर चलेगा मनी लॉन्ड्रिंग का केस : संजय मोहन ने 2011 में आयोजित टीईटी में अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण करने के लिए अन्य आरोपियों के सहयोग से करोड़ों की ली थी रिश्वत-
लखनऊ (ब्यूरो)। घोटाला करके संपत्ति बनाने के मामले में लैकफेड के पूर्व चेयरमैन सुशील कटियार व टीईटी में अभ्यर्थियों को पास करने के लिए करोड़ों रुपये की रिश्वत लेने के मामले में तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा चलेगा। जिला न्यायाधीश ने कटियार को तलब करते हुए 25 जून की तारीख नियत की है। वहीं, कोर्ट ने संजय मोहन के साथ ही सहायक शिक्षक विनय सिंह, रतन कुमार, अमरेंद्र जायसवाल, मनीष चतुर्वेदी, माधवेन्द्र सिंह, हेमंत कुमार शाक्य, योगेश कुमार, नरेंद्र प्रताप सिंह तथा देवकुमार पांडेय के खिलाफ दायर मामले में सुनवाई केलिए 3 जुलाई की तारीख तय करते हुए आरोपियों के खिलाफ समन जारी किया है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सहायक निदेशक ने कोर्ट में दो अलग-अलग परिवाद दायर किए थे। एक मामले में सुशील कुमार कटियार को आरोपी बनाया था जबकि दूसरे में संजय मोहन समेत 10 को आरोपी बनाया था। दोनों में ही आरोप लगाया गया था कि आरोपियों ने घोटाले व रिश्वत के धन को मनी लॉन्ड्रिंग केजरिये काले से सफेद में बदला और चल-अचल संपत्ति अर्जित की।
सुशील कटियार के खिलाफ परिवार दायर करके ईडी केसहायक निदेशक ने बताया कि कटियार को 2010 में लैकफेड का चेयरमै न बनाया गया था। उसके बाद उसने घोटाला करकेकरोड़ों की संपत्ति बनाई। परिवाद में कटियार को मनी लॉन्ड्रिंगमामले में दंडित करने की मांग करते हुए कहा गया कि उसने पत्नी प्रतिभा कटियार समेत अन्य लोगों के नाम पर 14 अचल संपत्तियों में धन का निवेश किया है जिन्हें प्रोविजनली अटैच कर लिया गया है। कटियार की फर्म की आईटीआर व बैलेंस शीट में गड़बड़ी बताते हुए कोर्ट से मांग की गई कि लैकफेड के धन से अर्जित इन संपत्तियों को जब्त किया जाए।
वहीं, ईडी ने दूसरे परिवाद में कोर्ट कोबताया कि माध्यमिक शिक्षा केनिदेशक संजय मोहन ने 2011 में आयोजित टीईटी में अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण करने के लिए अन्य आरोपियों केसहयोग से करोड़ों की रिश्वत ली थी। दोनों परिवादों पर सुनवाई के बाद अदालत ने सभी आरोपियों को हाजिर होने का आदेश दिया है।
खबर साभार : अमरउजाला/हिन्दुस्तान
0 Comments