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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

भर्तियां कर लीं, तब आई पद सृजन की याद : वास्तव में आरटीई का मानक पूरा करना है तो करीब 1,10,731 पदों का करना होगा सृजन-

भर्तियां कर लीं, तब आई पद सृजन की याद : वास्तव में आरटीई का मानक पूरा करना है तो करीब 1,10,731 पदों का करना होगा सृजन-

लखनऊ : भर्तियां कर लीं, अब पद कम पड़ रहे हैं। वर्तमान में जितनी भर्तियां हो गईं या चल रही हैं, उन्हें पूरा करने के लिए ही कम से कम 23 हजार पद और चाहिए। इतने पदों के सृजन से तो फिलहाल इस समस्या से तो निजात मिल पाएगी। वास्तव में आरटीई का मानक पूरा करना है तो करीब 1,10,731 पदों का सृजन और करना होगा।

प्रदेश सरकार ने पहले तो सभी 1,72,000 शिक्षा मित्रों को शिक्षक बनाने का शासनादेश कर दिया। इसी बीच 72,000 टीईटी शिक्षकों की भर्ती शुरू कर दी। साथ ही बीटीसी के जरिए 5,030 भर्ती कर लिए गए और 15,000 के आवेदन लिए जा चुके हैं। अभी टीईटी में भी करीब 54,000 ही भर्तियां हुई हैं। वहीं शिक्षा मित्रों को दो चरणों में शिक्षक बनाए जाने की जो प्रक्रिया शुरू हुई है, उसी में पद कम पड़ रहे हैं। करीब 92 हजार शिक्षा मित्रों को 30 अप्रैल तक शिक्षक बनाए जाने के निर्देश दिए गए थे लेकिन पद कम पड़ने के कारण प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। कई जिलों ने विज्ञापन ही नहीं निकाला।

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2-शिक्षामित्रों के समायोजन की समस्या से निपटने को ढूंढ़ा तरीका : शिक्षकों के 20 हजार पद होंगे सृजित;शासन को भेजा प्रस्ताव |

सरकार ने नगर क्षेत्र के शिक्षा मित्रों को नगर में समायोजित करने का आदेश दिया ताकि कुछ का समायोजन शहर में हो सके। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी खाली पदों पर कुछ और का समायोजन हो सके। उससे भी बात नहीं बनी तो सरकार अब पदों के सृजन की तैयारी कर रही है। शिक्षा विभाग इस बारे में प्रस्ताव तैयार कर रहा है। हालांकि फिलहाल करीब बचे हुए 12,000 शिक्षा मित्रों को समायोजित करने के लिए सभी कोशिशें हो रही हैं। सर्व शिक्षा अभियान के तहत 2011 में नए खुले 9,977 स्कूलों में 19954 पद सृजित करने का प्रस्ताव है।

तत्काल चाहिए 23 हजार शिक्षकों के पद-

प्राइमरी स्कूल में शिक्षक के कुल 3,89,269 पद हैं। इनमें से करीब 1,69,591 पदों पर शिक्षक कार्यरत थे और 2,19,678 पद खाली थे। 2014 से खाली पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई। बीटीसी से 5,030 शिक्षक पहले रखे गए। इसके बाद पहले चरण में 58,826 शिक्षा मित्र समायोजित हुए। इस समय 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती और दूसरे चरण के 91,104 शिक्षा मित्रों को शिक्षक बनाने की प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा बीटीसी प्रशिक्षण हासिल करने वालों से 15,000 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन लिए जा चुके हैं। इस हिसाब से कुल 2,42,785 शिक्षक पदों की जरूरत है, लेकिन विभाग के पास खाली थे मात्र 2,19,678 पद। ऐसे में 23,107 पद की तत्काल जरूरत है।

सृजित हो सकते हैं 1,10,731 पद-

आरटीई के मानक के अनुसार शिक्षक छात्र अनुपात 1:35 होना चाहिए। इस हिसाब से प्रदेश में लगभग 1.75 करोड़ छात्र हैं। इनके लिए पांच लाख शिक्षकों की जरूरत है। फिलहाल सभी सृजित पद 3,89,269 भरने के बाद भी 1,10,731 और पदों की जरूरत पड़ेगी।

        खबर साभार : नवभारत टाइम्स

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