शिक्षा विभाग में लगभग 50 हजार अध्यापकों को रिवर्ट करने की कार्यवाही की भनक लगते ही दलित अध्यापकों का गुस्सा फूट पड़ा : गलत तरीके से किया गया रिवर्ट तो शिक्षा विभाग के घेराव की धमकी
लखनऊ (एसएनबी)। शिक्षा विभाग में लगभग 50 हजार अध्यापकों को रिवर्ट करने की कार्यवाही की भनक लगते ही दलित अध्यापकों का गुस्सा फूट पड़ा। संघर्ष समिति ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए सचिव बेसिक शिक्षा परिषद व निदेशक, बेसिक शिक्षा सहित प्रदेश के समस्त जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को एक पत्र भेजते हुए जल्दबाजी में कोई कार्रवाई न किये जाने का अनुरोध किया है और यह भी इंगित किया है कि 90 प्रतिशत अध्यापकों की पदोन्नति बैकलाग पदोन्नति के तहत की गयी है। ऐसे में इस परिधि में आने वाले अध्यापकों को रिवर्ट किया गया तो विवश होकर आरक्षण समर्थकों को शिक्षा विभाग का घेराव करना पड़ेगा। संघर्ष समिति ने ऐलान किया है कि यदि शिक्षा विभाग में गलत तरीके से रिजव्रेशन की कार्रवाई की गयी तो लाखों अध्यापक आन्दोलन के रास्ते पर जाने के लिए विवश होंगे।
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अवधेश कुमार वर्मा, इंजीनियर केबी राम ने कहा कि जिस तरीके से शिक्षा विभाग में दलित अध्यापकों को गलत तरीके से रिवर्ट करने के लिए पूरी तैयारी कर ली गयी है। उस पर संघर्ष समिति पूरी तरह से नजर बनाये हुए है, किसी भी गलत कार्यवाही के खिलाफ प्रदेश के लाखों अध्यापक आन्दोलन करने पर विवश होंगे। मात्र लखनऊ जनपद में ही रिवर्ट करने के लिए जो सूची तैयार कराई गयी है उसमें लगभग 2000 अध्यापकों के यह तलवार लटकी हुई है, जबकि ये सभी अध्यापक बैकलाग पदोन्नति सम्बन्धी नियमावली के तहत पदोन्नति पाये हैं।
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