प्राइवेट हाथ में था बेसिक शिक्षा विभाग : निलंबित बीएसए एवं खंड शिक्षाधिकारी की भूमिका पर उठे सवाल; भ्रष्टाचार के केन्द्र बिंदु में तीन पी(P) की है जोरदार चर्चा-
सिद्धार्थनगर: बेसिक शिक्षा विभाग अर्से से प्राइवेट हाथ में संचालित होता रहा। निलंबित बीएसए एवं खंड खंड शिक्षाधिकारी की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। इन दोनों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति बटोरने का भी आरोप लग रहा है। प्राथमिक शिक्षक संघ एवं सत्ता पक्ष के विधायक और राज्य महिला आयोग की सदस्य ने इनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
मुख्यमंत्री के सामने विधायक विजय पासवान, राज्य महिला आयोग की सदस्य जुबैदा चौधरी ने बेसिक शिक्षा विभाग में अर्से से भ्रष्टाचार पनपने की शिकायत किया था। दोनों के निशाने पर बीएसए के साथ बीइओ नौगढ़ भी थे, लेकिन सिर्फ निलंबन बीएसए का हुआ है। इन दोनों पर आरोप है कि विशिष्ट बीटीसी की नियुक्ति, पदोन्नति, शिक्षा मित्रों के समायोजन से लेकर सर्व शिक्षा अभियान तक का काम बाहरी व्यक्तियों से लिया गया। इससे पटल के बाबू भी नाराज रहते थे। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राधे रमण त्रिपाठी का कहना है कि निलंबन होने के बाद बैक डेट में अधिकांश शिक्षा मित्रों का संशोधन कर दिया। उन्होंने कहा कि प्राथमिक शिक्षक संघ का एक प्रतिनिधि मंडल शीघ्र लखनऊ जाएगा और बीएसए और बीइओ के खिलाफ भ्रष्टाचार को लेकर मुकदमा पंजीकृत करने की मांग करेगा। सदर विधायक विजय पासवान ने कहा कि वह तो मुख्यमंत्री से इन भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ रपट दर्ज कर जेल भेजने की सिफारिश किए थे, लेकिन सिर्फ बीएसएस का निलंबन हुआ, बीइओ को बचा दिया गया। इसकी शिकायत फि मुख्यमंत्री से की जाएगी। राज्य महिला आयोग की सदस्य जुबैदा चौधरी ने कहा बीइओ का भी निलंबन होना चाहिए था, लेकिन उनपर कार्यवाही नहीं हुई। ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::
भ्रष्टाचार के केन्द्र बिंदु में तीन पी-
भ्रष्टाचार के केन्द्र में तीन पी की चर्चा है। एक बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात है और कस्तूरबा में पार्ट टाइम टीचर है। दूसरा सह समन्वयक डायट बांसी में तो तीसरा दूसरे जनपद का है। चर्चा है कि बीएसए इन्हीं तीनों पर विश्वास करते थे।
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आरोप बेबुनियाद
बीइओ जगदीश यादव ने कहा कि उन्होंने जो कुछ भी किया है नियम के अनुसार और बीएसए के आदेश पर किया है। कहा कि कुछ लोग गलत कार्य का दबाव बनाते हैं, नहीं होता है तो ऐसे ऊल-जुलूल के आरोप लगाते हैं।
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दी जा चुकी है प्रतिकूल प्रविष्टिी
डीएम डा सुरेन्द्र कुमार बीइओ जगदीश यादव को निष्ठा पूर्वक काम न करने को लेकर पहले ही प्रतिकूल प्रविष्टिी दे चुके हैं।
खबर साभार : दैनिकजागरण
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