नगर क्षेत्र वापस आएंगे गांव भेजे गए प्रथम चरण के शिक्षामित्र : सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने बेसिक शिक्षाधिकारियों को दिया निर्देश-
यहां क्लिक कर देखें-नगर क्षेत्र में वर्तमान में कार्यरत और समायोजित पूर्व शिक्षामित्रों को नगर क्षेत्र में ही समायोजित करने के संबंध में परिषद सचिव का आदेश |
इलाहाबाद। पहले चरण में सहायक अध्यापक पद पर समायोजन के बाद नगर से ग्रामीण क्षेत्र भेजे गए शिक्षामित्र अब वापस शहर आएंगे। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने सभी बेसिक शिक्षाधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रथम चरण में नगर क्षेत्र के दूरस्थ माध्यम से बीटीसी प्रशिक्षण करने वाले ऐसे शिक्षामित्र जिनकी नियुक्ति ग्रामीण क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों में की जा चुकी है, उनसे विकल्प लेकर नगर क्षेत्र के रिक्त पदों के प्रति समायोजित किए जाने की कार्रवाई की जाए।
गुरुवार को भेजे पत्र में सचिव ने नगर क्षेत्र के दूरस्थ माध्यम से बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले शिक्षामित्रों को नगर क्षेत्र में रिक्त पदों पर समायोजित करने के निर्देश दिए हैं। पहले चरण में पिछले साल 58 हजार से अधिक शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक पद पर समायोजन हुआ था। जबकि दूसरे चरण में इस साल 91 हजार से अधिक शिक्षामित्रों के समायोजन की कार्रवाई चल रही है। समायोजन की समयसीमा 31 मार्च से बढ़ाकर 31 मई तक कर दी गई है।
खबर साभार : हिन्दुस्तान/उमर उजाला
इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद ने दूरस्थ शिक्षा के जरिए बीटीसी प्रशिक्षण पूरा करने वाले दूसरे बैच के शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित करने की अवधि 31 मई कर दी है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने यह आदेश गुरुवार को सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को जारी कर दिया। परिषद ने सभी बीएसए से कहा है कि प्रथम चरण में नगर क्षेत्र के जिन शिक्षामित्रों का समायोजन ग्रामीण क्षेत्रों में सहायक अध्यापक पद पर किया था, उनसे विकल्प प्राप्त करके नगर क्षेत्र में वापसी कर दी जाए। दूसरे चरण में भी नगर क्षेत्र के शिक्षामित्रों का समायोजन नगर क्षेत्र ही करने का निर्देश दिया गया है।
ध्यान रहे, पहले चरण में करीब 60 हजार दूरस्थ शिक्षा के जरिए बीटीसी उत्तीण शिक्षामित्रों का समायोजन किया गया था। अब दूसरे चरण में करीब 87 हजार शिक्षामित्रों का समायोजन किया जाना है। परिषद ने पहले 30 अप्रैल तक समायोजन पूरा करने का निर्देश जारी किया था लेकिन प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापकों को प्रोन्नति देने में विलंब होने की वजह से तय समय पर समायोजन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई। ऐसे में परिषद को समायोजन की अवधि बढ़ानी पड़ी है। परिषद ने इसके लिए गत माह सहायक अध्यापकों की पदोन्नति की समयावधि को पहले पांच से घटाकर चार साल और फिर तीन साल कर दिया था। समयावधि घटाने के पीछे उद्देश्य यह है कि पदोन्नति से खाली हुए पदों पर ज्यादा से ज्यादा शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के पद समायोजित किया जा सके। शिक्षकों को प्रोन्नत करने में समय लग रहा है, इस वजह से बीएसए ने समायोजन की अवधि को बढ़ाने का अनुरोध किया था।
खबर साभार : दैनिकजागरण
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