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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

'प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाया जाए भ्रष्टाचार विरोधी पाठ' : ये बातें लोकायुक्त ने बुधवार को राज्यपाल राम नाईक को सौंपी गई 2014 की वार्षिक रिपोर्ट में लिखी-

'प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाया जाए भ्रष्टाचार विरोधी पाठ' : ये बातें लोकायुक्त ने बुधवार को राज्यपाल राम नाईक को सौंपी गई 2014 की वार्षिक रिपोर्ट में लिखी-

लखनऊ : लोकायुक्त जस्टिस एनके मेहरोत्रा ने यूपी के पुलिस, परिवहन, आपूर्ति, शिक्षा, आबकारी और खनन विभागों में सामूहिक भ्रष्टाचार होने की बात कही है। उन्होंने कहा कि इसे रोकना बहुत मुश्किल काम है, लेकिन अगर सरकारें इसे रोकना चाहती हैं, तो उन्हें इसे प्राथमिकता देनी होगी। उन्होंने प्राइमरी स्कूलों में भ्रष्टाचार विरोधी पाठ पढ़ाए जाने की भी बात कही।

ये सभी बातें लोकायुक्त ने बुधवार को राज्यपाल राम नाईक को सौंपी गई 2014 की वार्षिक रिपोर्ट में लिखी हैं। उन्होंने लोकायुक्त प्रशासन द्वारा साल भर में किए गए कार्य का पूरा ब्योरा भी दिया है। वहीं राज्यपाल ने लोकायुक्त द्वारा सौंपी गई वार्षिक रिपोर्ट को पत्र के साथ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भेज दिया है। पत्र के जरिए राज्यपाल ने अपेक्षा की है कि रिपोर्ट पर विधि अनुसार कार्रवाई की जाए व उन्हें इससे अवगत कराया जाए।

दो तरह का भ्रष्टाचार:-

शिकायतों को आधार बनाते हुए लोकायुक्त ने कहा है कि दो तरह के भ्रष्टाचार सामने आए हैं। एक वह जो मिलीभगत से हो रहे हैं और दूसरे वह जो जबरन करवाए जा रहे हैं। जबरन होने वाले भ्रष्टाचार से जनता सीधे प्रभावित होती है, लेकिन मिलीभगत से होने वाले भ्रष्टाचार का पता देर से चलता है। 

प्राइमरी में हो कोर्स:-

लोकायुक्त ने कहा कि नए प्रधानमंत्री ने लोकसभा में भ्रष्टाचार पर चिंता जताते हुए कहा था कि इसे रोकने के लिए हायर एजुकेशन में भ्रष्टाचार विरोधी पाठ्यक्रम बनाया जाए पर मेरे अनुसार प्राइमरी स्कूलों में ही ऐसा पाठ्यक्रम पढ़ाना चाहिए। 

धर्म का पालन हो:-

लोकायुक्त ने कहा कि जांचों में ऐसा देखने को मिला है कि भ्रष्टाचार में लिप्त नौकरशाहों और राजनेताओं में धर्म की राह पर चलने की प्रवृत्ति कम होती है। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में लोक प्रशासकों और जनप्रतिनिधियों को धर्म की राह पर चलने की अपील की है।

         खबर साभार : नवभारत टाइम्स

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