नई शिक्षा नूति में परीक्षाएं समाप्त ;अगले सत्र से कराएंगे कक्षा 1 से 8 तक की परीक्षाएं : विधायकों को दी सीबीएसई स्कूल खोलने की नसीहत-
लखनऊ (ब्यूरो)। शिक्षा की गुणवत्ता के मद्देनजर सरकार ने कक्षा 1 से 8 तक की परीक्षा कराने का निर्णय किया है। यह जानकारी बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने मंगलवार को विधानसभा में दी। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में कक्षा 1 से आठ तक परीक्षा कराने की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है, इसके बावजूद प्रदेश में आगामी शैक्षिक सत्र से परीक्षा कराने का फैसला किया है। दूसरे स्कूलों और दूसरे शिक्षकों की निगरानी में परीक्षा कराई जाएगी। दो-तीन महीने में 3,87,981 शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इनमें से 2,13,822 शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई है। प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए उन्होंने सदस्यों से सहयोग भी मांगा।
भाजपा के सुरेश कुमार खन्ना के एक सवाल के जवाब में बेसिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि परीक्षाएं कराने के लिए 20 फरवरी को सचिव बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों और मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक को निर्देश भेज दिए गए हैं। खन्ना ने परीक्षा प्रणाली में सुधार तथा बायोमीट्रिक प्रणाली से शिक्षकों की हाजिरी की व्यवस्था को लेकर सवाल पूछे। मंत्री ने कहा कि बायोमीट्रिक प्रणाली के जरिये हाजिरी दर्ज करने की व्यवस्था पर खर्च काफी आ रहा है। सरकार के सामने दिक्कत है। पैसे की व्यवस्था होने पर इसे लागू करेंगे।
भाजपा के सुरेश खन्ना व डॉ. राधामोहन दास अग्रवाल ने मिड डे मील (एमडीएम) की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापकों को सौंपने पर सवाल उठाते हुए कहा कि अध्यापकों को शैक्षिक कार्य छोड़कर सब्जी खरीदने जाना पड़ता है। बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि ऐसा कौन अध्यापक है जो अपने घर के लिए सब्जी नहीं खरीदता। जो अपने लिए सब्जी खरीद सकता है, वह बच्चों के लिए भी खरीद सकता है।
खबर साभार : अमरउजाला/दैनिकजागरण
0 Comments