परिषदीय स्कूल खोलने का मामला : जीआईएस तकनीक बतायेगी कहाँ खोलें स्कूल-
१-कन्नौज और मैनपुरी में सर्वे का काम पूरा
२-अस्पतालों के लिए भी होगा तकनीक कारागार
३-उत्तर प्रदेश के 75 जिलों का जीआईएस मैपिंग
लखनऊ (ब्यूरो)। हर बच्चे तक शिक्षा पहुंचे। इसे सुनिश्चित करने का काम रिमोट सेंसिंग तकनीक का इस्तेमाल कर जियोग्राफिकल इंफोर्मेशन सिस्टम (जीआईएस) से होगा। इसके लिए यूपी रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन सेंटर (यूपी आरएसएसी) एक खास निर्णय सहायक प्रणाली (डीएएस) तैयार करने में जुटा है। जीआईएस आधारित डीएएस तकनीक सर्व शिक्षा अभियान में स्कूलों के मानक पूरा कराने का काम करेगी। वहीं जरूरत के आधार पर स्कूलों के निर्माण को भी सुनिश्चित किया जाएगा।
वैज्ञानिकों का कहना है कि डीएएस के लिए यूपी के सभी 75 जिलों की जीआईएस मैपिंग की जानी है। इसके बाद जीआईएस डिजिटल मैप सभी प्राइमरी व जूनियर सरकारी स्कूल को मार्क कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं इस डाटाबेस में स्कूलों की मौजूदा पॉजिशन व इंफ्रास्ट्रक्चर, हेडमास्टर का कांटेक्ट, बच्चों व शिक्षकों की संख्या व दूसरे नजदीकी स्कूल की भौगोलिक दूरी को अपलोड किया जा सकता है। इससे एक क्लिक पर संबंधित स्कूल के बारे में पूरी जानकारी हासिल की जा सकती है।
आरएसएसी ने डीएएस प्रोजेक्ट की शुरु आत कानपुर, कन्नौज, हरदोई, मैनपुरी व इटावा में की है। 2013-14 में शुरू प्रोजेक्ट में से कन्नौज व मैनपुरी के स्कूलों का सर्वे का काम पूरा हो चुका है। यहां प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों का जीआईएस डाटाबेस तैयार किया गया है। अब हर एक किमी की दूरी पर प्राथमिक व दो किमी की दूरी पर जूनियर स्कूल बनाए जाने का उद्देश्य पूरा किया जाना है।
अस्पतालों के लिए भी तकनीक कारगर आरएसएसी के वैज्ञानिक डॉ. राजेश उपाध्याय का कहना है कि यह तकनीक स्कूलों में ही नहीं अस्पतालों के लिए भी कारगर है। खासतौर पर सीएचसी व पीएचसी की भौगोलिक स्थिति व वहां मौजूद सुविधाओं व मरीजों की संख्या का डिजिटल मैप तैयार किया जा सकता है। इससे सुविधाओं को बेहतर करने में मदद मिलेगी।
साभार : अमरउजाला
१-कन्नौज और मैनपुरी में सर्वे का काम पूरा
२-अस्पतालों के लिए भी होगा तकनीक कारागार
३-उत्तर प्रदेश के 75 जिलों का जीआईएस मैपिंग
लखनऊ (ब्यूरो)। हर बच्चे तक शिक्षा पहुंचे। इसे सुनिश्चित करने का काम रिमोट सेंसिंग तकनीक का इस्तेमाल कर जियोग्राफिकल इंफोर्मेशन सिस्टम (जीआईएस) से होगा। इसके लिए यूपी रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन सेंटर (यूपी आरएसएसी) एक खास निर्णय सहायक प्रणाली (डीएएस) तैयार करने में जुटा है। जीआईएस आधारित डीएएस तकनीक सर्व शिक्षा अभियान में स्कूलों के मानक पूरा कराने का काम करेगी। वहीं जरूरत के आधार पर स्कूलों के निर्माण को भी सुनिश्चित किया जाएगा।
वैज्ञानिकों का कहना है कि डीएएस के लिए यूपी के सभी 75 जिलों की जीआईएस मैपिंग की जानी है। इसके बाद जीआईएस डिजिटल मैप सभी प्राइमरी व जूनियर सरकारी स्कूल को मार्क कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं इस डाटाबेस में स्कूलों की मौजूदा पॉजिशन व इंफ्रास्ट्रक्चर, हेडमास्टर का कांटेक्ट, बच्चों व शिक्षकों की संख्या व दूसरे नजदीकी स्कूल की भौगोलिक दूरी को अपलोड किया जा सकता है। इससे एक क्लिक पर संबंधित स्कूल के बारे में पूरी जानकारी हासिल की जा सकती है।
आरएसएसी ने डीएएस प्रोजेक्ट की शुरु आत कानपुर, कन्नौज, हरदोई, मैनपुरी व इटावा में की है। 2013-14 में शुरू प्रोजेक्ट में से कन्नौज व मैनपुरी के स्कूलों का सर्वे का काम पूरा हो चुका है। यहां प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों का जीआईएस डाटाबेस तैयार किया गया है। अब हर एक किमी की दूरी पर प्राथमिक व दो किमी की दूरी पर जूनियर स्कूल बनाए जाने का उद्देश्य पूरा किया जाना है।
अस्पतालों के लिए भी तकनीक कारगर आरएसएसी के वैज्ञानिक डॉ. राजेश उपाध्याय का कहना है कि यह तकनीक स्कूलों में ही नहीं अस्पतालों के लिए भी कारगर है। खासतौर पर सीएचसी व पीएचसी की भौगोलिक स्थिति व वहां मौजूद सुविधाओं व मरीजों की संख्या का डिजिटल मैप तैयार किया जा सकता है। इससे सुविधाओं को बेहतर करने में मदद मिलेगी।
साभार : अमरउजाला

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