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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

SHIKSHAMITRA, SHIKSHAK BHARTI : 69 हजार शिक्षक भर्ती में अभ्यर्थियों के पास हैं सवाल ही सवाल - हम फार्म में शिक्षामित्र का कोड भरना भूल गए थे तो क्या हमको लाभ नहीं मिलेगा-ऐसे ही तमाम प्रश्न क्लिक कर देखें।

SHIKSHAMITRA, SHIKSHAK BHARTI : 69 हजार शिक्षक भर्ती में अभ्यर्थियों के पास हैं सवाल ही सवाल - हम फार्म में शिक्षामित्र का कोड भरना भूल गए थे तो क्या हमको लाभ नहीं मिलेगा-ऐसे ही तमाम प्रश्न क्लिक कर देखें।


जब फार्म भरा था जब कुंवारे थे, शादी के बाद अब जिला बदल गया है। निवास प्रमाणपत्र क्या दूसरे जिले का लगा पाएंगे? 

हम फार्म में शिक्षामित्र का कोड भरना भूल गए थे तो क्या हमको लाभ नहीं मिलेगा? 

फोन नंबर क्या बदला जा सकेगा? क्या किसी भी तरह का संशोधन नहीं होगा? 

ये और ऐसे ही कई सवाल 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों के मन में उठ रहे हैं। वहीं, इस बार सभी 75 जिलों की वरीयता विकल्प के तौर पर भरवाई जाएगी। मेरिट के मुताबिक ही जिलों का आवंटन होगा। इस प्रक्रिया से सभी अभ्यर्थियों को मेरिट के मुताबिक अपने मन मुताबिक जिले मिल सकेंगे। हालांकि अभी आदेश जारी नहीं हुआ है लेकिन सूत्रों के मुताबिक, केवल मोबाइल नंबर में ही संशोधन हो सकेगा अन्य विवरणों में संशोधन संभव नहीं होगा। 

शिक्षक भर्ती में लिखित परीक्षा के समय लिए गए विवरण ही मान्य होंगे। उस समय का फोन नंबर यदि बदल गया होगा तो उसे संशोधित किया जा सकेगा। कई ऐसे हैं जिन्होंने अपनी श्रेणी सही नहीं भरी है। एक शिक्षामित्र ने अपनी श्रेणी नहीं भरी, अब वह परेशान हैं कि उन्हें वेटेज का लाभ मिलेगा या नहीं? वहीं कुछ के नाम की वर्तनी या फिर सरनेम में दिक्क्त है। इसी तरह कुछ उस समय डीएड या अन्य परीक्षा में अपीरयरिंग अभ्यर्थी थे, लेकिन अब उनकी डिग्री मिल चुकी है। 

उनका विवरण किस तरह बदला जाएगा? चूंकि टीईटी 2018 के रिजल्ट में संशोधन हुआ और अभ्यर्थियों के नंबर बाद में बढ़ गए तो सवाल यह भी है कि क्या उनके नंबरों का संशोधन वेबसाइट पर कैसे होगा? अधिकारी अभी आदेश का इंतजार करने को कह रहे हैं लेकिन अभ्यर्थी परेशान हैं क्योंकि यदि संशोधन का मौका नहीं मिला तो इसकी आंच भर्ती पर आना तय है। 

68500 शिक्षक भर्ती में भी लिखित परीक्षा में दिए गए विवरणों का ही इस्तेमाल किया गया था लेकिन बाद में कई याचिकाएं दायर हुईं कि आर्हता परीक्षा और भर्ती के आवेदन में फर्क होता है। इसलिए इसका आवेदन अलग से लिया जाना चाहिए था।

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