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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

ONLINE, CHILDREN : उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों के 70 हजार छात्रों ने पहली बार दी ऑनलाइन परीक्षा, शत प्रतिशत बच्चे हुए पास

ONLINE, CHILDREN : उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों के 70 हजार छात्रों ने पहली बार दी ऑनलाइन परीक्षा, शत प्रतिशत बच्चे हुए पास

हिन्दुस्तान टीम,लखनऊ।बेसिक शिक्षा विभाग के लिए यह एक अच्छी खबर है। मिशन शिक्षण संवाद के तहत उत्तर प्रदेश के प्राथमिक व जूनियर हाईस्कूल में पढ़ने वाले 70 हजार छात्रों ने पहली बार ऑनलाइन परीक्षा दी। परीक्षा में शत प्रतिशत बच्चे उत्तीर्ण रहे और उनका कुल औसतन परिणाम भी 65 प्रतिशत रहा है। इसे लेकर शिक्षकों व विभाग दोनों ही उत्साहित हैं। अकेले लखनऊ में 1400 छात्र ऑनलाइन परीक्षा में शामिल हुए है। बेसिक शिक्षा विभाग ने भी यह कभी नहीं सोचा था कि परीषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले जिन बच्चों को कक्षा में बैठने के लिए कुर्सी-मेज तक नहीं है। वह बच्चें ऑनलाइन पढ़ाई करेंगे और फिर परीक्षा देकर सबको हैरान कर देंगे। 

मिशन शिक्षण संवाद के संयोजन व जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुरेश जयसवाल बताते हैं कि लॉकडाउन के बाद छात्रों को ऑनलाइन जो पढ़ाया गया।उसकी ही ऑनलाइन परीक्षा में उसमें से ही सवाल छात्रों से पूछे गए। सुरेश जयसवाल बताते हैं कि परीक्षा में इतनी संख्या में बच्चों के शामिल होने की उम्मीद नहीं थी। हालांकि प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों की अपेक्षा परीक्षा देने वाले छात्र महज एक प्रतिशत ही है। लेकिन विभागीय अधिकारी इस पहल से काफी खुश है।

गूगल फार्म पर बना प्रश्न पत्र

विभाग की ओर से गूगल फार्म पर प्रश्न पत्र तैयार किया गया। इसका लिंक सभी छात्रों को भेजा गया। परीक्षा में छात्रों से हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान व अन्य विषयों के चालीस प्रश्न पूछे गए थे। प्रश्नों के जवाब देने के लिए छात्रों को एक घंटे का समय  दिया गया था। बच्चों ने न सिर्फ गूगल लिंक पर जाकर परीक्षा दी बल्कि उसमें 65 प्रतिशत अंक लाकर उत्तीर्ण भी हुए। मिशन शिक्षण संवाद के विमल कुमार ने बताया कि परीषदीय स्कूल के बच्चों के पास बहुत आधुनिक सुविधाएं नहीं है। इसके बाद भी उनमें प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। कई छात्रों के अभिभावकों के पास भी मोबाइल तक नहीं है। बीएसए दिनेश कुमार का कहना है कि यह एक अच्छी शुरुआत हैं। इसे और प्रभावी बनाने के लिए काम किया जाएगा।

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