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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

TEACHING QUALITY : केंद्र सरकार ने परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन की गुणवत्ता सुधारने के लिए पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की, पायलट प्रोजेक्ट के तहत एनसीईआरटी के निर्देशन में उच्च प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापकों को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया गया

TEACHING QUALITY : केंद्र सरकार ने परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन की गुणवत्ता सुधारने के लिए पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की, पायलट प्रोजेक्ट के तहत एनसीईआरटी के निर्देशन में उच्च प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापकों को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया गया

वाराणसी : केंद्र सरकार ने परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन की गुणवत्ता सुधारने के लिए पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की है। इसका शुभारंभ शनिवार केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडेय ने बनारस व मीरजापुर के सात जिलों से किया। इसके तहत दोनों मंडलों के 88 स्कूलों के विज्ञान व गणित के शिक्षकों को विशेष तौर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसका उद्देश्य विज्ञान व गणित विषय की शिक्षा में गुणवत्ता को बढ़ाना व बच्चों में इन विषयों के प्रति रुचि पैदा करना है।

भेलूपुर स्थित एक होटल में आयोजित एक समारोह में पायलट प्रोजेक्ट योजना शुरू करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पूर्वाचल के लिए यह एक नई पहल है। सूबे में सर्व शिक्षा अभियान के तहत साक्षरता का प्रतिशत तो बढ़ा है लेकिन शिक्षा की गुणवत्ता नहीं बढ़ी। हालांकि उच्च शिक्षा, तकनीकी व मेडिकल में लोग अपने बच्चों को सरकारी संस्थाओं में भेज रहे हैं। वहीं प्राथमिक व माध्यमिक स्तर पर ज्यादातर अभिभावक अपने बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाने का प्रयास करते हैं। ऐसे में उनकी गाढ़ी कमाई का एक बड़ा हिस्सा शिक्षा पर खर्च हो रहा है। जबकि मिड-डे मील से शिक्षा के प्रति आकर्षण तो जरूर बढ़ा है लेकिन गुणवत्ता बढ़ाने की भी जरूरत है। सरकारी स्कूलों में योग्य अध्यापक कमी नहीं हैं। पायलट प्रोजेक्ट के तहत एनसीईआरटी के निर्देशन में उच्च प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापकों को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया गया है।

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जागरण संवाददाता, वाराणसी : केंद्र सरकार ने परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन की गुणवत्ता सुधारने के लिए पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की है। इसका शुभारंभ शनिवार केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडेय ने बनारस व मीरजापुर के सात जिलों से किया। इसके तहत दोनों मंडलों के 88 स्कूलों के विज्ञान व गणित के शिक्षकों को विशेष तौर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसका उद्देश्य विज्ञान व गणित विषय की शिक्षा में गुणवत्ता को बढ़ाना व बच्चों में इन विषयों के प्रति रुचि पैदा करना है।

भेलूपुर स्थित एक होटल में आयोजित एक समारोह में पायलट प्रोजेक्ट योजना शुरू करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पूर्वाचल के लिए यह एक नई पहल है। सूबे में सर्व शिक्षा अभियान के तहत साक्षरता का प्रतिशत तो बढ़ा है लेकिन शिक्षा की गुणवत्ता नहीं बढ़ी। हालांकि उच्च शिक्षा, तकनीकी व मेडिकल में लोग अपने बच्चों को सरकारी संस्थाओं में भेज रहे हैं। वहीं प्राथमिक व माध्यमिक स्तर पर ज्यादातर अभिभावक अपने बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाने का प्रयास करते हैं। ऐसे में उनकी गाढ़ी कमाई का एक बड़ा हिस्सा शिक्षा पर खर्च हो रहा है। जबकि मिड-डे मील से शिक्षा के प्रति आकर्षण तो जरूर बढ़ा है लेकिन गुणवत्ता बढ़ाने की भी जरूरत है। सरकारी स्कूलों में योग्य अध्यापक कमी नहीं हैं। पायलट प्रोजेक्ट के तहत एनसीईआरटी के निर्देशन में उच्च प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापकों को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया गया है।

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  1. 📌 TEACHING QUALITY : केंद्र सरकार ने परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन की गुणवत्ता सुधारने के लिए पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की, पायलट प्रोजेक्ट के तहत एनसीईआरटी के निर्देशन में उच्च प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापकों को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया गया
    👉 http://www.basicshikshanews.com/2016/11/teaching-quality.html

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