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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

BOOKS, SAVACHCHHATA : प्राथमिक विद्यालयों की पुस्तकों का बदला आवरण, अब बेसिक शिक्षा से ही मोदी का स्वच्छता संदेश, ‘स्वच्छ रहे, स्वस्थ रहे’ स्लोगन के साथ एक अतिरिक्त पृष्ठ जोड़ा गया

BOOKS : प्राथमिक विद्यालयों की पुस्तकों का बदला आवरण, अब बेसिक शिक्षा से ही मोदी का स्वच्छता संदेश, ‘स्वच्छ रहे, स्वस्थ रहे’ स्लोगन के साथ एक अतिरिक्त पृष्ठ जोड़ा गया

इलाहाबाद : प्रदेश भर के प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा एक से पांच तक मुफ्त वितरित होने वाली किताबें अब बच्चों को मोदी का स्वच्छता संदेश भी देंगी। इसके लिए पुस्तकों के आवरण पृष्ठ में बदलाव किया जा रहा है। हालांकि आंशिक रूप से भीतर पाठ्यक्रम भी बदलेगा। इसके तहत कक्षा एक से लेकर पांच तक के बच्चों को स्वच्छता को अपनी आदत में शुमार करने के लिए अलग से पृष्ठ जोड़े जा रहे हैं।

ऐसा इसलिए है ताकि बुनियादी शिक्षा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान से जोड़ा जा सके। राज्य शिक्षा संस्थान की ओर से प्राथमिक स्कूलों के लिए तैयार कराई गई पुस्तकों में बच्चों को स्वच्छता की जानकारी देने और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए पहल की गई है। किताबों में कवर पृष्ठ के अंदर की ओर से अच्छी आदतें विषय के तहत स्वच्छता का ज्ञान दिया जाएगा। इसमें कक्षा के अनुरूप स्वच्छता के बिंदु प्रकाशित किए गए हैं। शुरुआती कक्षा के बच्चों के लिए मूलभूत जानकारी दी गई है, वहीं चौथी एवं पांचवीं के बच्चों को करीब 13 बिंदुओं के जरिए स्वच्छता का पाठ पढ़ाया गया है। ये किताबें शीघ्र ही छपकर विद्यालयों में वितरित की जाएंगी। प्राथमिक विद्यालयों की सभी किताबों के कवर पृष्ठ पर ये व्यवस्था लागू की गई है।

दस साल बाद बदला कलरव का पृष्ठ :

राज्य शिक्षा संस्थान की ओर से तैयार पुस्तकों में प्राथमिक स्कूलों में पढ़ाई जाने वाली पुस्तक कलरव का आवरण पृष्ठ भी बदल दिया गया है। ये बदलाव दस सालों के बाद हुआ है। राज्य शिक्षा संस्थान के प्राचार्य दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि एससीईआरटी के निदेशक डा. सर्वेन्द्र विक्रम सिंह और विशेषज्ञों की टीम के निर्देश पर ये बदलाव किए गए हैं।

छह से आठ तक में बदले संकेतक :

इसके साथ ही कक्षा छह से लेकर आठवीं तक की किताबों में लर्निग इंडिकेटर (पढ़ाई के संकेतक) भी दिए गए हैं। बच्चे पाठ्यक्रम को कितना समझ पा रहे हैं इसका मूल्यांकन करने के लिए पुस्तक में हर महीने का पाठ्यक्रम विभाजित कर दिया गया है, जो अध्यापक, अभिभावक और बच्चों के लिए अलग-अलग है। इसके जरिए अभिभावक भी अपने बच्चों की मासिक प्रगति को आसानी से समझ सकेंगे।

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  1. 📌 BOOKS, SAVACHCHHATA : प्राथमिक विद्यालयों की पुस्तकों का बदला आवरण, अब बेसिक शिक्षा से ही मोदी का स्वच्छता संदेश, ‘स्वच्छ रहे, स्वस्थ रहे’ स्लोगन के साथ एक अतिरिक्त पृष्ठ जोड़ा गया
    👉 http://www.basicshikshanews.com/2016/08/books-savachchhata.html

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