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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

बी0टी0सी0 में जहां करेंगे आवेदन उसी जिले में दाखिला : दस जिलों का विकल्प देने की व्यवस्था होगी समाप्त;ऑनलाइन पंजीकरण के लिए अब एक सप्ताह का समय

बी0टी0सी0 में जहां करेंगे आवेदन उसी जिले में दाखिला : दस जिलों का विकल्प देने की व्यवस्था होगी समाप्त;ऑनलाइन पंजीकरण के लिए अब एक सप्ताह का समय

√ऑनलाइन पंजीकरण के लिए अब एक सप्ताह का समय

√डायटों में बीटीसी की फीस होगी 8000दाखिले के लिए सीट ही सीट

लखनऊ। बीटीसी सत्र को नियमित करने के लिए दाखिले की नई व्यवस्था लागू की जा रही है। आवेदक अब जिस जिले में आवेदन करेंगे उन्हें वहीं दाखिला मिलेगा। दस जिलों के विकल्प देने की व्यवस्था समाप्त की जा रही है। यही नहीं शासनादेश जारी होने के दो दिन बाद दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन मांग लिए जाएंगे और केवल एक सप्ताह ही पंजीकरण का समय दिया जाएगा। इसके दो दिन बाद तक ई-चालान बनवाए जा सकेंगे। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने बीटीसी शैक्षिक सत्र 2014-15 में दाखिले का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी की अनुमति लेने के बाद शासनादेश जारी कर दिया जाएगा।

प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक बनने की योग्यता स्नातक व बीटीसी है। इसलिए प्रदेश में बीएड करने का क्रेज कम हुआ है और बीटीसी के लिए मारामारी रहती है। बीटीसी का दो सत्र लेट चल रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग चाहता है कि बीटीसी का सत्र नियमित हो जाए। इसलिए दाखिले की प्रक्रिया में बदलाव का प्रस्ताव है। पहले एक आवेदक से दाखिले के लिए दस जिले का विकल्प लिया जाता था। इसके चलते कई जिलों में बीटीसी की सीटें खाली रह जाती थीं और बार-बार काउंसलिंग करनी पड़ती थी। इसलिए दस जिलों के विकल्प की व्यवस्था समाप्त की जा रही है।

बीटीसी के लिए सभी आवेदकों की मेरिट बनाते हुए उसे जारी की जाएगी। जिलों में काउंसलिंग के लिए अन्य आवेदकों को पांच गुना और विशेष आरक्षण वालों को दस गुना बुलाया जाएगा। काउंसलिंग के बाद जिले में जितनी सीटें हैं उतने लोगों को वरीयताक्रम से दाखिला दे दिया जाएगा। सीटें रिक्त रहने की स्थिति में वरीयताक्रम में नीचे वालों को मौका दिया जाएगा।

डायटों में बीटीसी की फीस होगी 8000

राज्य सरकार डायटों में बीटीसी की फीस 4100 से बढ़ाकर करीब 8000 रुपये करने जा रही है। हालांकि सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने फीस 10,200 रुपये करने का प्रस्ताव शासन को भेजा है। शासन स्तर पर उच्चाधिकारियों की बैठक में इस पर सहमति नहीं बन पाई है। बताया जाता है कि फीस 8000 रुपये तक की जा सकती है। राज्य सरकार विगत वर्ष निजी बीटीसी कॉलेजों में पेड सीट और फ्री सीट की व्यवस्था समाप्त कर चुकी है। निजी कॉलेजों में बीटीसी की फीस अब 41,000 रुपये है।

दाखिले के लिए सीट ही सीट

बीटीसी में दाखिला सरकारी और निजी कॉलेजों को मिलकार सीटों की कमी नहीं है। डायटों में बीटीसी की 10,450 सीटें हैं। मौजूदा समय प्रदेश में बीटीसी के करीब 800 निजी कॉलेज हैं। प्रत्येक कॉलेजों में 50 सीटें हैं। इस हिसाब से मौजूदा समय निजी कॉलेजों में 40,000 सीटें हैं। इसके अलावा राज्य स्तरीय समिति ने 181 निजी कॉलेजों को संबद्धता देने की संस्तुति की है। संबद्धता आदेश जारी होते ही इनमें 9050 सीटें बढ़ जाएंगी। सभी सीटों को जोड़ा जाए तो ये 59,500 होती हैं।

  खबर साभार : अमरउजाला/दैनिकजागरण

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