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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

अनुदेशकों की भर्ती में पकड़ी गई लविवि की फर्जी मार्कशीट : काउंसिलिंग में तीन महिला अभ्यर्थियों के अंकपत्रों के सत्यापन के दौरान पकड़ा गया मामला-

अनुदेशकों की भर्ती में पकड़ी गई लविवि की फर्जी मार्कशीट : काउंसिलिंग में तीन महिला अभ्यर्थियों के अंकपत्रों के सत्यापन के दौरान पकड़ा गया मामला-

"फर्जी डिग्री के मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा। जो इन मामले की जांच करेगी। फिलहाल हमारे पास कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं।"
-एसके शुक्ला, परीक्षा नियंत्रक लविवि

लखनऊ (डीएनएन)। लखीमपुर खीरी में लखनऊ विश्वविद्यालय की फर्जी मॉर्कशीट मिलने के बाद अब शुक्रवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में एक बार फिर लविवि की फर्जी मार्कशीट के सहारे काउंसिलिंग कराने आईं तीन महिला अभ्यर्थियों को पकड़ा गया। ये तीनों महिला अभ्यर्थी बीपीएड डिग्री के सहारे जूनियर हाईस्कूल में अनुदेशकों की भर्ती के लिए काउंसिलिंग कराने आईं थीं। पैनल के सामने अंकपत्रों का सत्यापन के दौरान मामला पकड़ा गया। बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी ने बताया कि तीनों से अंकपत्र फर्जी होने की बात लिखवाकर ले ली गई। मामले से लविवि को भी अवगत करा दिया गया है।परिषदीय स्कूलों में गणित, विज्ञान, शारीरिक शिक्षा और कला जैसेे कई विषयों के लिए अनुदेशकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। शुक्रवार को अभ्यर्थियों को सत्यापन के लिए बुलाया गया था। इस दौरान अभ्यर्थी विनीता, कुसुम और पिंकी के अंकपत्रों पर चयन समिति को शक हुआ।

बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी ने बताया कि मामला संदिग्ध होने पर उन्होंने तीनों से पूछताछ की तो असलियत सामने आ गई। तीनों अभ्यर्थी खेल एवं शारीरिक शिक्षा के अनुदेशक भर्ती के लिए आई थीं। एक अयर्थी के पास खुन-खुनजी गर्ल्स डिग्री कॉलेज और दो अभ्यर्थियों के पास लविवि की फर्जी मार्कशीट थी। खंड शिक्षा अधिकारी गौतम प्रकाश की पत्नी खुन-खुन जी गर्ल्स कॉलेज में ही शिक्षिका हैं। उन्होंने कॉलेज में बीपीएड की पढ़ाई न होने की बात कही। जिसके बाद फर्जी अंक पत्र होने का खुलासा हो गया। लविवि की जो दो बीपीएड वाली मार्कशीट थीं उन पर इनरोलमेंट नंबर ही नहीं पड़ा था।

लिहाजा फर्जी अंकपत्र की पुष्टि हो गई।चार अभ्यर्थी भाग निकलेशैक्षिक प्रमाण पत्र सत्यापन के बाद अनुदेशकों को स्कूल आवंटित किए जाने थे। लेकिन जांच में तीन फर्जी डिग्री धारकों के पकड़े जाने के बाद करीब चार और अभ्यर्थी भाग निकले। बीएसए ने इसकी पुष्टि की है। उनके मुताबिक सत्यापन के लिए सात लोग थे। लेकिन चार गेट से ही भाग निकले। उन्होंने उपस्थिति नहीं लगाई थी।

            खबर साभार : डीएनए

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