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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

स्कूलों की नई समय सारिणी प्रसांगिक नहीं : प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष लल्लन मिश्र ने कहा कि 1अप्रैल 2015 से शुरू सत्र में ज्यादा परेशानी बच्चों को होगा-

स्कूलों की नई समय सारिणी प्रसांगिक नहीं : प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष लल्लन मिश्र ने कहा कि 1अप्रैल 2015 से शुरू सत्र में ज्यादा परेशानी बच्चों को होगा-

उरई : प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष लल्लन मिश्र ने कहा कि 1 अप्रैल से शुरू हो रहे शिक्षा के नये सत्र से सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों को होगी।

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कल से खुल जाएंगे परिषदीय स्कूल : परिषदीय स्कूलों का समय सुबह 9 से अपराह्न 3 बजे तक रखा गया |

तमाम इलाकों में अप्रैल से मई तक भीषण गर्मी पड़ती है लिहाजा इन हालातों में बच्चों की सेहत खराब हो सकती है, लिहाजा नई व्यवस्था का प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा बच्चों के हित में पुरजोर विरोध किया जाएगा।

प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष लल्लन मिश्र ने प्रेस वार्ता के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षकों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है। हाल ही में सरकार ने न सिर्फ वेतन विसंगतियों को दूर किया बल्कि पदोन्नति का समय पांच वर्ष से घटाकर चार वर्ष कर दिया।

उन्होंने उम्मीद जतायी कि भीषण गर्मी को देखते हुए विद्यालय समय परिवर्तन हेतु बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा शासन के पास प्रस्ताव भेजा गया है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करती है तो आगे की रणनीति बनायी जाएगी।

चूंकि 1 अप्रैल से नया शिक्षा सत्र शुरू करने के साथ सुबह नौ बजे स्कूल खोलने का शासनादेश जारी हुआ है लिहाजा उसे अमल में लाया जाएगा। सरकार ने बच्चों के हित के हित में समय परिवर्तन नहीं किया तो प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा आंदोलन का सहारा लिया जाएगा।

इस दौरान मुख्य रूप से प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र सिंह यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा, कोषाध्यक्ष संजय सिंह जिलाध्यक्ष महेंद्र सिंह भाटिया, संजय दुबे, रामराजा द्विवेदी, हरी सिंह राजपूत, युद्धवीर कंथरिया, राघवेंद्र निरंजन, राममोहन वाजपेयी, जयनारायण ओझा, अरुण सिंह निरंजन, नरेंद्र निरंजन आदि मौजूद रहे।

        खबर साभार : दैनिकजागरण

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3 Comments

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  2. Ab kitna bhi samay change Ki mang karte raho ek April se school 9 se 3 Jana hi padega. Usi tarah jese blo kam karna padega. Samjhe. Yahi rajniti he. Order dekar adesh amal me ane tak chup raho. Jab virodh jyada hone lage to naya adesh dekar dhyan hata do. Ab bas. Ek April se school chalo. Virodh karo. Es masale se dhyan batane ke lie anya order ka intjar karo.

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  3. महोदय, कोढ़ में खाज है नयी समय सारिणी। सूबे के बुंदेलखंड क्षेत्र में तापमान ४८ डिग्री सेंटीग्रेड तक जाता है ऊपर से आग उगलती गर्म हवाओं के थपेड़े। ऐसे में कोई शिक्षक जो अपने घर से ७० किलोमीटर दूर तक विद्यालय जाता है उसके लिए यह जानलेवा है। साथ ही नौनिहालों के स्वास्थ्य व करियर के साथ खिलवाड़ है। सूबे की भौगोलिक स्तिथियों को देखते हुए विद्यालय का पुराना समय ७ से १२ ही व्यवहारिक व उचित है। सरकार जब तक पुराण समय सारिणी ७ से १२ बहाल न कर दे तब तक आरपार की लड़ाई जारी रखी जाए।
    शिक्षक एकता ज़िंदाबाद

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