सहायक अध्यापक बन गए पर जेब खाली : प्रमाण पत्रों के सत्यापन न होने से वेतन लटका-
१-शिक्षामित्रों का प्रथम बैच 58826 बनाये गये हैं सहयक अध्यापक लेकिन वेतन वेतन अब तक नहीं-
२-अभी तक मुजफ्फरनगर में बीएस ने लेखाकाधिकारी के वेतन देने के लिए आदेश दिया
इलाहाबाद : वर्षो के संघर्ष के बाद सहायक अध्यापक तो बन गए, परंतु न मानदेय मिल रहा है, न वेतन। ऐसी स्थिति अगस्त माह से चल रही है। इन्की पहली दीपावली काली रहने वाली है। प्रदेश में कार्यरत 1.70 लाख शिक्षामित्रों में प्रथम बैच के 58826 का सहायक अध्यापक पद पर समायोजन अगस्त माह में हो चुका है।
समायोजन के बाद शिक्षामित्रों के मूल प्रमाणपत्रों के सत्यापन का मामला लटका है। जिसके चलते उन्हें न तो सहायक अध्यापक पद का वेतन मिल रहा है, न शिक्षामित्रों का मानदेय। अभी तक सिर्फ मुजफ्फरनगर जिले में समायोजित 168 शिक्षामित्रों का वेतन जारी करने का आदेश बेसिक शिक्षा अधिकारी ने वित्त एवं लेखाधिकारी को किया है। इसके अलावा सारे जिलों का मामला अधर में है। इससे शिक्षामित्रों में नाराजगी है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश मंत्री कौशल कुमार सिंह ने शपथ पत्र के आधार पर वेतन देने की मांग की।
खबर साभार : दैनिकजागरण
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