कैसी बिडम्बना है कि वर्ष 2012 का तारीख 22 सितम्बर की ये उनकी रचना "आओ मरने की बात करते हैं" संयोग देखें कि 23 अक्टूबर 2014 तारीख के अनुसार एक दिन बाद दु:खद दुर्घटना हुई जिससे हम सब केवल जानते है मुलाकात नहीं ......लेकिन मित्रों जय प्रकाश बाजपेयी फतेहपुरी.... की कल दीपावली के अवसर असमायिक मृत्यु उनके परिवार के लिए बहुत बड़ा आघात है...."आज का प्राइमरी का मास्टर" की पूरी टीम और मित्र साथियों की ओर से अश्रुपूरित प्रार्थना परमपिता परमेश्वर से कि इस दु:ख की घड़ी में उनके परिवार को इसे सहने की क्षमता दे |
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