यूपीटीईटी उत्तीर्ण 2011 संघर्ष मोर्चा की काउंसिलिंग शुरू करने की मांग : भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं हुई तो पांच सितंबर को बड़ा आंदोलन
१-काउंसिलिंग की मांग को लेकर निशातगंज एससीईआरटी के अध्यक्ष के रूम के बाहर प्रदर्शन करते बीटीसी अभ्यर्थी
२-अभी तक 33 जिलों का डाटा उपलब्ध नहीं
जागरण लखनऊ : सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद अब तक सूबे में सहायक प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं होने के कारण यूपीटीईटी उत्तीर्ण 2011 संघर्ष मोर्चा एक बार फिर मोर्चे पर है। मंगलवार को संघर्ष मोर्चा ने एससीईआरटी कार्यालय का घेराव कर तालाबंदी की। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना था कि एससीईआरटी के निदेशक ने 19 अगस्त को काउंसिलिंग के लिए शासनादेश जारी करने का आश्वासन दिया था लेकिन इस पर अमल नहीं हुआ।
इसी बात से नाराज अभ्यर्थियों ने ताला डालकर काफी देर तक काम बाधित रखा। करीब दो घंटे तक प्रदर्शन के बाद जिला प्रशासन और पुलिस के हस्तक्षेप से प्रदर्शनकारी प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा से मुलाकात के आश्वासन के बाद हटने को तैयार हुए। मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष गणोश शंकर दीक्षित और सचिव राकेश यादव सहित तमाम पदाधिकारियों ने प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा हीरालाल गुप्ता से मुलाकात की। प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि अभी तक 33 जिलों का डाटा उपलब्ध नहीं हो सका जिसके कारण प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है। सितंबर के पहले सप्ताह में प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
दरअसल उच्चतम न्यायालय ने 25 मार्च को आदेश जारी कर 12 सप्ताह में भर्ती की प्रक्रिया पूरी करने का आदेश दिया था। अध्यक्ष गणोश शंकर दीक्षित ने कहा कि अगर सरकार ने जल्द ही भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की तो फिर पांच सितंबर को एक बड़ा आंदोलन चलाया जाएगा। गौरतलब है 30 नवंबर 2011 को सूबे में सहायक प्राथमिक अध्यापकों की टीईटी हुई थी। सपा सरकार ने सात अगस्त 2012 को नया शासनादेश जारी करते हुए सहायक शिक्षकों की भर्ती शैक्षिक गुणांक के आधार पर करने का निर्देश दिया। इसके बाद सात दिसंबर को सरकार ने शैक्षिक गुणांक के आधार पर चयन करने का विज्ञापन निकाला। इसी विज्ञापन के आधार पर हाई कोर्ट में अपील की गयी जिस पर चार फरवरी 2013 को स्टे हो गया। इसके बाद मामला उच्चतम न्यायालय गया जहां पर 25 मार्च को इलाहाबाद हाई कोर्ट का फैसला यथावथ लागू करने का आदेश दिया गया। गौरतलब है की प्रदर्शनकारी छात्रों ने जल्द से जल्द अपनी मांगों को पूरा करने की अपील की है अन्यथा वे अपना आंदोलन भविष्य में और तेज कर सकते हैं।
आज भी उन्होंने दो घंटे तक तालाबंदी के साथ ही प्रदर्शन किया जिसके बाद प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा। आंदोलनरत छात्र और छात्रओं को शांत करने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी को हस्तक्षेप करना पड़ा तब जाकर आंदोलनरत छात्रों की नाराजगी कम हो सकी। जब सितंबर में प्रक्रिया शुरू हो जाने का आश्वाशन मिला तब जाकर छात्र शांत हुए और प्रदर्शन समाप्त किया।
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