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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

SHIKSHAK BHARTI, ONLINE, SCHOOL : 69000 शिक्षक भर्ती चयनितों के स्कूल का ऑनलाइन होगा आवंटन काउंसिलिंग के बाद नियुक्ति पत्र

SHIKSHAK BHARTI, ONLINE, SCHOOL : 69000 शिक्षक भर्ती चयनितों के स्कूल का ऑनलाइन होगा आवंटन काउंसिलिंग के बाद नियुक्ति पत्र

उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों की 69000 सहायक अध्यापक भर्ती में अर्ह मिलने वालों को काउंसिलिंग के बाद नियुक्ति पत्र मिलेगा। चयनित शिक्षकों को स्कूल का आवंटन ऑनलाइन किया जाएगा। इस व्यवस्था में बेसिक शिक्षा अधिकारी मनमाने तरीके से स्कूल आवंटित नहीं कर सकेंगे, बल्कि जिन स्कूलों में शिक्षकों की जरूरत है, वहां चयनितों को भेजा जाएगा। बेसिक शिक्षा के महानिदेशक विजय किरन आनंद ने कहा है कि इसके लिए शिक्षा महकमे में तैयारी शुरू हो गई है, जल्द ही सॉफ्टवेयर बना लिया जाएगा। 

बेसिक शिक्षा के महानिदेशक विजय किरन आनंद मंगलवार शाम वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बेसिक शिक्षा अधिकारियों से रूबरू थे, उन्होंने बुधवार से शुरू होने वाली काउंसिलिंग की तैयारियों के संबंध में सभी से सवाल किए और निर्देश दिया कि पूरी शुचिता के साथ काउंसिलिंग कराई जाए। हर अभ्यर्थी के शैक्षिक व अन्य प्रमाणपत्रों की जांच करें। 
साथ ही काउंसिलिंग में बीएसए व डायट प्राचार्य शारीरिक दूरी आदि के नियमों का कड़ाई से अनुपालन करें। किसी जिले में कोई विषम स्थिति न पैदा होने पाए। उन्होंने कहा कि काउंसिलिंग इसीलिए हो रही है कि सभी चयनितों को प्रक्रिया पूरी होने पर नियुक्ति पत्र दिया जाए। स्कूल आवंटन की प्रक्रिया अलग से की जाएगी। परिषद की ओर से आदेश जारी कराया जाएगा।

बेसिक शिक्षा के महानिदेशक विजय किरन आनंद ने कहा कि 68500 व अन्य शिक्षक भर्तियों में चयनित शिक्षकों को 69000 सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा में शामिल होने के लिए सीमित संख्या में एनओसी दी गई थी लेकिन, अब काउंसिलिंग के लिए किसी शिक्षक को एनओसी जारी न की जाए, क्योंकि इससे शिक्षकों का पदस्थापन आदि बिगड़ेगा साथ ही नए अभ्यर्थियों के चयन के अवसर भी अनायास घट जाएंगे। सभी बीएसए इसका अनुपालन करें।

अभ्यर्थियों के रहने का हो प्रबंध 

भर्ती की काउंसिलिंग में शामिल होने के लिए कई अभ्यर्थी सुदूर जिलों में जा रहे हैं, उनके आवागमन में कोई समस्या नहीं आएगी। लेकिन, यह संभव है कि उन्हें प्रमाणपत्रों की जांच आदि के संदर्भ में उस जिले में रुकना पड़े इसके लिए डीएम उन्हें किसी स्कूल आदि में ठहराने का भी प्रबंध करें, ताकि उन्हें भागदौड़ न करनी पड़े।

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