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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

WRIT, SUPREME COURT : परिषदीय उच्च प्राथमिक स्कूलों में अंशकालिक अनुदेशकों की होनी थी भर्ती, उर्दू शिक्षकों व सहायक अध्यापक की भर्ती भी फंसी, प्राइमरी स्कूलों की 4 भर्तियों का विवाद सुप्रीम कोर्ट पहुंचा

WRIT, SUPREME COURT : परिषदीय उच्च प्राथमिक स्कूलों में अंशकालिक अनुदेशकों की होनी थी भर्ती, उर्दू शिक्षकों व सहायक अध्यापक की भर्ती भी फंसी, प्राइमरी स्कूलों की 4 भर्तियों का विवाद सुप्रीम कोर्ट पहुंचा

उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में चार भर्तियों का विवाद सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। अभ्यर्थियों की याचिकाओं पर हाईकोर्ट ने खाली पदों पर भर्ती का आदेश दिया था। लेकिन प्रदेश सरकार ने भर्ती करने की बजाय हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में एसएलपी दायर कर दी है। .

इनमें उच्च प्राथमिक स्कूलों में 32022 अंशकालिक अनुदेशकों और प्राथमिक स्कूलों में उर्दू विषय के 4000 सहायक अध्यापकों की भर्ती शुरू नहीं हो सकी है। जबकि 12460 और 16448 सहायक अध्यापक भर्ती के रिक्त पदों को भरने का मामला है। .

इसी के साथ उच्च प्राथमिक स्कूलों में विज्ञान व गणित विषय के 29334 सहायक अध्यापकों की सीधी भर्ती का विवाद भी सुप्रीम कोर्ट के विचाराधीन है। .

प्रयागराज ' वरिष्ठ संवाददाता.

लोक सेवा आयोग की भर्तियों में भ्रष्टाचार के खिलाफ कैंडिल मार्च निकालते प्रतियोगी.

प्रयागराज। लोक सेवा आयोग की सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक (एलटी ग्रेड) भर्ती परीक्षा 2018 को लेकर एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस भर्ती में शामिल कई अभ्यर्थियों ने अपनी ओएमआर सीट को खाली ही जमा कर दिया था। यह खुलासा किया है 29 जुलाई 2018 को हुई भर्ती परीक्षा में बतौर कक्ष निरीक्षक ड्यूटी करने वाले मजीदिया इस्लामिया इंटर कॉलेज के शिक्षक एवं कवि इमरान खान पामाल ने।.

एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के दौरान इमरान की ड्यूटी मजीदिया इस्लामिया इंटर कॉलेज में लगी थी। इमरान का कहना है कि परीक्षा से पूर्व उन्हें जानकारी मिली थी कि कुछ अभ्यर्थियों से कहा गया है कि जिस प्रश्न का उत्तर सही-सही आ रहा है सिर्फ उसी का उत्तर देना है, बाकी ओएमआर को खाली जमा करना है। उन्होंने ऐसे अभ्यर्थियों से पूछा तो वे सकपका गए और बोले जितना आता है उतना ही किया। इमरान का कहना है कि उन्होंने यह भी पूछा कि जब माइनस मार्किंग नहीं है तो ओएमआर खाली क्यों छोड़ रहे हो तो अभ्यर्थियों ने कोई जवाब नहीं दिया।.

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की कार्यप्रणाली पर यूं ही सवाल खड़े नहीं हो रहे। बदल रहे समाज में एक ही व्यक्ति को असीमित अधिकार देने के कारण भी हालात बिगड़े हैं। जब 2012 से ही भर्तियों में भ्रष्टाचार के खुलेआम आरोप लग रहे हैं तो सरकार को पुरानी व्यवस्था में बदलाव कर देना चाहिए था। चयन की गोपनीयता बनाए रखने के लिए आयोग में पेपर सेट करवाने से लेकर मॉडरेशन और छपाई तक का काम सिर्फ और सिर्फ परीक्षा नियंत्रक के पास होता है। उनके अधिकार क्षेत्र में दखलअंदाजी की इजाजत किसी को नहीं है।.

प्रयागराज। लोक सेवा आयोग की भर्तियों में भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन सोमवार को भी जारी रहा। प्रतियोगी छात्रों ने सोमवार की शाम आयोग के खिलाफ इविवि छात्रसंघ भवन के सामने से शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क तक कैंडल मार्च किया। वहीं दिन में प्रतियोगी छात्र संघर्ष न्याय मोर्चा की ओर से आंख पर काली पट्टी बांधकर धरना दिया गया। कैंडल मार्च में शामिल प्रतियोगी छात्रों ने आयोग प्रकरण में सरकार की ओर से उठाए गए कदम का स्वागत करते हुए आयोग के सचिव सहित भ्रष्टाचार में लिप्त अन्य लोगों पर कार्रवाई की मांग की।.

लखनऊ। एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में गिरफ्तार और निलंबित हुईं यूपी लोक सेवा आयोग की परीक्षा नियंक्ष्क अंजू लता कटियार को पीसीएस एसोसिएशन विधिक सहायता उपलब्ध कराएगी। एसोसिएशन ने उनके मामले में अपने स्तर से जांच के लिए एक कमेटी का गठन भी किया है। यह कमेटी प्रयागराज व वाराणसी जाकर सभी तथ्यों का पता लगाएगी। उल्लेखनीय है कि अंजूलता कटियार को आयोग की भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र छापने वाले प्रिंटिंग प्रेस मालिक कौशिक कुमार की गिरफ्तारी के बाद गिरफ्तार किया गया था। एसटीएफ ने दावा किया था उसके पास अंजूलता कटियार और कौशिक कुमार की मिलीभगत के साक्ष्य हैं।.

वाराणसी। एलटी ग्रेड भर्ती परीक्षा-2018 के पेपर लीक मामले की जांच कर रही एसआईटी पुख्ता सबूत जुटाने में लगी है। पुलिस नहीं चाहती कि मामले में कुछ ऐसा हो जिससे आरोपित दोषमुक्त हो जाएं और उनकी किरकिरी हो। यही वजह है कि मामले में यूपीपीएससी की परीक्षा नियंत्रक को छोड़कर अन्य आरोपितों को गिरफ्तारी नहीं हो रही है। इसलिए जांच टीम ने आयोग से कई तरह की जानकारी मंगाने के साथ सबसे पहले गवाह का कलमबंद बयान दर्ज कराया है। मामले में पेपर लीक के मास्टरमाइंड कोलकाता निवासी कौशिक कुमार की गिरफ्तारी के बाद उत्तर लोक सेवा अयोग की परीक्षा नियंत्रक अंजु लता कटियार को गिरफ्तार किया गया है। मामले में सात वांछित हैं, जिनकी तलाश में पुलिस लगी हुई है। लेकिन गवाह और कौशिक को वांछितों के बारे में नाम के अलावा अन्य जानकारी नहीं होने से गिरफ्तारी कर पाना पुलिस के लिए मुश्किल हो रहा है। केस के विवेचक सीओ पिंडरा अनिल राय का कहना है कि जांच चल रही है। .

छह को है जमानत पर सुनवाई: यूपीपीएससी की परीक्षा नियंत्रक अंजु लता कटियार की जमानत अर्जी पर एंटी करप्शन तृतीय की कोर्ट में छह जून को सुनवाई होनी हैं। इससे पहले एसआईटी चाहती है कि कुछ ऐसे और सबूत एकत्र कर ले।.

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