SUSPENSION, SHIKSHAK BHARTI : सचिव परीक्षा नियामक निलंबित रजिस्ट्रार जीवेंद्र सिंह हटाए गए, शिक्षक भर्ती में अनियमितताओं पर शासन की बड़ी कार्रवाई, सात दिनों में देनी होगी जांच रिपोर्ट
सात दिनों में देनी होगी जांच रिपोर्ट
सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक वेदपति मिश्र और बेसिक शिक्षा निदेशक सवेर्ंद्र विक्रम बहादुर सिंह जांच समिति के सदस्य बनाये गए हैं। समिति को मामले की गहनता से जांच कर दोषी अधिकारियों/कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए सात दिनों में अपनी रिपोर्ट शासन को देनी होगी। बेसिक शिक्षा के अपर मुख्य सचिव डा. प्रभात कुमार ने बताया कि जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ रिपोर्ट आने पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 68500 शिक्षकों की भर्ती में अनियमितताएं उजागर होने पर बैकफुट पर आई सरकार ने के लिए कदम बढ़ाते हुए शनिवार को बड़ी कार्रवाई की है। शिक्षक भर्ती का लिखित इम्तिहान आयोजित करने के लिए जिम्मेदार संस्था परीक्षा नियामक प्राधिकारी की सचिव डॉ. सुत्ता सिंह को मुख्यमंत्री के निर्देश पर निलंबित करते हुए उनके खिलाफ अनुशासनिक जांच शुरू कर दी गई है। वहीं सचिव, बेसिक शिक्षा परिषद के पद पर लंबे समय से जमे संजय सिन्हा से यह कुर्सी छीन ली गई है। रजिस्ट्रार, विभागीय परीक्षाएं जीवेंद्र सिंह ऐरी को हटाकर उन्हें कौशांबी के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में वरिष्ठ प्रवक्ता के पद पर भेजा गया है। शिक्षक भर्ती में बरती गईं अनियमितताओं की जांच के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रमुख सचिव चीनी एवं गन्ना विकास संजय आर. भूसरेड्डी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है। 1नए अफसर तैनात : निलंबित और हटाए गए अधिकारियों की जगह नए अफसरों की तैनाती की गई है। लखनऊ में अपर निदेशक बेसिक शिक्षा रहीं रूबी सिंह को सचिव, बेसिक शिक्षा परिषद के पद पर इलाहाबाद भेजा गया है। बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात ललिता प्रदीप को अपर निदेशक बेसिक शिक्षा बनाया गया है। मेरठ मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक अनिल भूषण चतुर्वेदी को इलाहाबाद में निदेशक राज्य विज्ञान संस्थान के साथ सचिव, परीक्षा नियामक प्राधिकारी के पद पर तैनात किया गया है। लखनऊ में सर्व शिक्षा अभियान के संयुक्त निदेशक अजय कुमार को रजिस्ट्रार, विभागीय परीक्षाएं, इलाहाबाद के पद पर तैनाती दी गई है। उनकी जगह जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ के प्राचार्य पवन सचान को भेजा गया है। उप निदेशक (शिविर) माध्यमिक शिक्षा निदेशक कार्यालय भगवती सिंह को बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यों के लिए शासन से सम्बद्ध किया गया है। सुत्ता सिंह निलंबन अवधि में बेसिक शिक्षा निदेशक के लखनऊ स्थित कार्यालय से संबद्ध रहेंगी। 1हाईकोर्ट को देना है जवाब 1गौरतलब है कि इस मामले में रिट याचिका संख्या 24172/2018 सोनिका देवी बनाम उत्तर प्रदेश में कहा गया है कि मूल्यांकन के समय अभ्यर्थी की उत्तर पुस्तिका ही बदल दी गई। सरकार की ओर से महाधिवक्ता को हाईकोर्ट को यह आश्वासन देना पड़ा है कि शासन स्तर पर इस मामले की जांच करायी जाएगी और इसमें जो व्यक्ति दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। 1’>>बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव संजय सिन्हा भी पद से हटाए गए 1’>>मामले की जांच को उच्च स्तरीय कमेटी गठित,सात दिन में देगी रिपोर्टनिवर्तमान परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव डा. सुत्ता सिंहइलाहाबाद परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदीइलाहाबाद में परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय परिसर में अभिलेख जलाए जाने के बाद इसमें प्रमाण खोजते अभ्यर्थी ’ जागरणबेसिक शिक्षा परिषद की सचिव रूबी सिंहनिवर्तमान बेसिक शिक्षा परिषद सचिव संजय सिन्हाबेसिक शिक्षकों की भर्ती के लिए आयोजित लिखित परीक्षा में 23 ऐसे अभ्यर्थियों की सूची भी प्राप्त हुई जिन्हें परीक्षा में फेल होने के बावजूद उत्तीर्ण घोषित कर दिया गया। मामला उजागर होने पर इन सभी की नियुक्तियां बेसिक शिक्षा परिषद के माध्यम से रोकनी पड़ीं।फेल हुए 23 अभ्यर्थियों को कर दिया गया था उत्तीर्ण
लखनऊ : शिक्षा विभाग के सात अधिकारियों की तैनाती में शासन ने किया फेरबदल, संजय का छिना चार्ज
इलाहाबाद : बेसिक शिक्षा परिषद सचिव पद से हटाए गए संजय सिन्हा यहां नौ वर्ष तक कार्यरत रहे हैं। पहली बार उनकी तैनाती 22 दिसंबर, 2000 को हुई थी, उस समय वह 31 मई, 2003 तक तैनात रहे। इसके बाद इलाहाबाद डायट प्राचार्य व अन्य पदों पर कार्य किया। दूसरी बार सचिव परिषद के रूप में 20 दिसंबर, 2012 को फिर नियुक्त हुए। तब से निरंतर कार्य कर रहे थे। इस दौरान बड़े पैमाने पर शिक्षकों की नियुक्तियां उनकी देखरेख में हुईं। वह इन दिनों एससीईआरटी के निदेशक हैं। सचिव परिषद का वह अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे। शिक्षक भर्ती में चयन मानक व जिला आवंटन को लेकर सरकार नाराज हुई।
दो साल सात माह पद रहीं डा. सुत्ता
परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव उप्र इलाहाबाद के पद पर डा. सुत्ता सिंह की तैनाती 24 दिसंबर, 2016 को हुई थी। इसके पहले वे लखनऊ की मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक सहित विभिन्न पदों पर रही हैं। कुछ माह पहले ही उनकी पदोन्नति अपर शिक्षा निदेशक के रूप में हुई। शिक्षक भर्ती में व्यापक गड़बड़ी मिलने का जिम्मेदार उन्हें ही माना जा रहा है। इसीलिए निलंबन के साथ ही अनुशासनिक कार्रवाई भी प्रस्तावित है।
चयन बोर्ड की सचिव रह चुकीं रूबी
बेसिक शिक्षा परिषद सचिव पद पर तैनात हुईं रूबी सिंह इसके पहले भी इलाहाबाद में तैनात रही हैं। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र में सचिव के रूप में 2013 टीजीटी-पीजीटी की भर्तियां उनके समय में ही हुई हैं। इसके अलावा कई जिलों में डीआइओएस सहित अन्य पदों पर कार्यरत रही हैं।
इलाहाबाद में कार्यरत रहे हैं अनिल
परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव के पद पर तैनाती पाने वाले अनिल भूषण चतुर्वेदी इलाहाबाद में लंबे समय तक कार्यरत रहे हैं। शिक्षा निदेशालय, मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक इलाहाबाद व राज्य शिक्षा संस्थान प्राचार्य के रूप में कर चुके हैं।
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