logo

Basic Siksha News.com
बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट कॉम

एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

MAN KI BAAT : प्रदेश में बच्चे अब हर शनिवार को बिना बस्ते के स्कूल जाया करेंगे, वहां उस दिन केवल खेलकूद होगा और कुछ नहीं जबकि यह इतना आसान भी नहीं, जाहिर है स्कूल में बच्चों को.....

MAN KI BAAT : प्रदेश में बच्चे अब हर शनिवार को बिना बस्ते के स्कूल जाया करेंगे, वहां उस दिन केवल खेलकूद होगा और कुछ नहीं जबकि यह इतना आसान भी नहीं, जाहिर है स्कूल में बच्चों को.....

     🔴 लौटेगा बचपन

प्रदेश में बच्चे अब हर शनिवार को बिना बस्ते के स्कूल जाया करेंगे। वहां उस दिन केवल खेलकूद होगा और कुछ नहीं। दरअसल सब कुछ बचपन में ही पढ़ाकर हर विधा में पारंगत कर देने की बढ़ती होड़ बच्चों में एक विचित्र झुंझलाहट भर रही है। बस्ते का बढ़ता बोझ और बोङिाल पढ़ाई बच्चों के मन मष्तिष्क पर असर डाल रही है। ऊपर से बढ़ती व्यावसायिकता से सरकारी स्कूल भी अछूते नहीं रह गए हैं।

बच्चों को उचित ढंग से पढ़ाने और नोट्स तैयार करवाने के बजाय उन्हें कुंजी, रिफ्रेशर जैसे साधनों पर निर्भर बनाया जा रहा है। इससे अभिभावकों की तो जेब ढीली हो ही रही है, बच्चों को भी एक ही विषय की कई-कई किताबें पढ़नी पड़ रही हैं। बची-खुची कसर पूरी करते हैं शिक्षा से इतर अन्य सरकारी विभागों के काम, जिनमें से अनेक में शिक्षकों की ही ड्यूटी लगाई जाती है। अब या तो शिक्षक अध्यापन पर ध्यान दें या फिर शिक्षणोतर काम ही कर लें। बच्चे भी बेमन से स्कूल जाते हैं और आधे-अधूरे मन से पढ़ाई कर लौट आते हैं।

बच्चों को सप्ताह में एक दिन केवल खेल का समय देने का फैसला सरकार ने कर तो लिया है, पर यह इतना आसान भी नहीं। जाहिर है, स्कूल में बच्चों को खेलने-कूदने को पर्याप्त खेल सामग्री और उपयुक्त मैदान की जरूरत पड़ेगी। बहुत से स्कूलों के पास तो इन सबका नितांत अभाव है। स्कूलों में खेल शिक्षकों की जरूरत बढ़ेगी तो इस कमी को भी दूर करना होगा ताकि खेल में भी बच्चों की प्रतिभा को सही ढंग से उभारा जा सके। पढ़ाई का भी बोझ कम करने की दिशा में सोचना होगा क्योंकि अब छह दिन की पढ़ाई का बोझ पांच दिन पर आ जाएगा। ऐसे में या तो स्कूल के घंटे बढ़ाने पड़ेंगे या स्कूल दिवस बढ़ाना पड़ेगा या फिर कोर्स छोटा करना पड़ेगा।

उम्मीद है कि यदि सरकार ने कोई फैसला किया है तो उसके व्यावहारिक पहलू पर भी ध्यान देगी तभी बच्चों को बिना बस्ते के शनिवार का सही लाभ मिल पाएगा। एक दिन नो बैग का विचार तो बहुत अच्छा है परंतु इसे अमल में लाने के लिए स्कूलों को बहुत प्रेरित करना होगा।


Post a Comment

1 Comments

  1. 📌 MAN KI BAAT : प्रदेश में बच्चे अब हर शनिवार को बिना बस्ते के स्कूल जाया करेंगे, वहां उस दिन केवल खेलकूद होगा और कुछ नहीं जबकि यह इतना आसान भी नहीं, जाहिर है स्कूल में बच्चों को.....
    👉 http://www.basicshikshanews.com/2017/05/man-ki-baat_15.html

    ReplyDelete