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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

बीटीसी 2013 बैच के अभ्यर्थियों का सचिव परीक्षा नियामक से मांग, सात को निदेशालय में प्रदर्शन

बीटीसी 2013 बैच के अभ्यर्थियों का सचिव परीक्षा नियामक से मांग, सात को निदेशालय में प्रदर्शन

इलाहाबाद : बीटीसी 2013 की तीसरी सेमेस्टर परीक्षा में उन प्रशिक्षुओं को शामिल होने का मौका नहीं दिया गया है जिनका दो या अधिक विषय में बैक पेपर है। ऐसे में अभ्यर्थी बैक पेपर वालों को भी शामिल करने की मांग कर रहे हैं। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने मांग करने वालों को आश्वस्त किया है कि वह इस प्रकरण को परीक्षा समिति के समक्ष रखेगी और जो निर्णय होगा उसका अनुपालन किया जाएगा।

असल में बीटीसी 2013 बैच के प्रथम सेमेस्टर में जिन प्रशिक्षुओं का दो या अधिक विषयों में बैक पेपर था उन्हें दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल किया गया था। प्रशिक्षुओं की मांग है कि उसी तर्ज पर दूसरे सेमेस्टर में बैक पेपर वाले अभ्यर्थियों को तीसरे सेमेस्टर में भी शामिल किया जाए। सचिव परीक्षा नियामक ने तीसरे सेमेस्टर की परीक्षाएं आगामी 11, 12 एवं 13 जनवरी को कराने का कार्यक्रम जारी किया है। प्रदेश भर में करीब छह हजार ऐसे प्रशिक्षु हैं, जिनका दूसरे सेमेस्टर में दो या उससे अधिक विषय में बैक पेपर आया है। सचिव परीक्षा नियामक नीना श्रीवास्तव ने इस मामले में सहानुभूतिपूर्वक विचार करने एवं समिति का निर्णय मानने को कहा है। यहां अरविंद सिंह, गुंजन, दिग्विजय, राम प्रकाश, संतोष, कृष्ण कुमार आदि थे।

सात को निदेशालय में प्रदर्शन : प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक पद पर नियुक्ति पाने के लिए न्यायालय में याचिका दाखिल करने वाले करीब 1100 युवाओं को नियुक्ति देने की मांग तेज हो रही है। 72 हजार शिक्षक भर्ती में एकेडमिक मेरिट समर्थक अशोक द्विवेदी ने बताया कि सात जनवरी को शिक्षा निदेशालय में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय के सामने प्रदर्शन करेंगे। कहना था कि सुप्रीम कोर्ट में कहा गया था कि 4 सप्ताह में नियुक्ति दी जाएगी, उसका अनुपालन नहीं हो रहा है।

मेरिट विरोधी मोर्चा करेगा जनसभा : सिपाही भर्ती में मेरिट का विरोध करने वाला मोर्चा 7 जनवरी को चंद्रशेखर आजाद पार्क में जनसभा करेगा। प्रतियोगी छात्रों ने कहा कि सिपाही भर्ती में लिखित परीक्षा तभी होगी, जब न्यायालय की शरण ली जाएगी। इस संबंध में रणनीति बनाई जाएगी। यहां रणविजय, गोपीचंद्र, आलोक आदि थे।

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