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मीना की दुनिया (Meena Ki Duniya) - रेडियो प्रसारण, एपिसोड 49 । आज की कहानी का शीर्षक - “पतंग मुकाबला"

मीना की दुनिया (Meena Ki Duniya) - रेडियो प्रसारण, एपिसोड 49 । आज की कहानी का शीर्षक -“पतंग मुकाबला"

मीना की दुनिया-रेडियो प्रसारण   
    एपिसोड- 49
दिनांक-03/12/2015
आकाशवाणी केंद्र-लखनऊ, समय-11:15am से 11:30am तक,

आज की कहानी का शीर्षक- “पतंग मुकाबला ”

           सुमी,रानो और दीपा आज रात मीना के घररुकेंगी, क्योंकि कल सुबह पतंगबाजी का मुकाबला है|सभी सहेलियां सलाह मशवरा कर रहीं हैं.....

मीना तय करती है, “ मैं पतंग उड़ाऊँगी, सुमी भाग केकटी पतंग पकड़ेगी, रानों आस-पास की पतंगों परनज़र रखेगी और दीपा मेरे पास खडी होके चरखीपकड़ेगी|

मीना के माँ सभी बच्चों को खाना खाने को आवाजलगाती हैं........जब सब खाना खाने पहुँचे, अरे! ये क्या? दीपा ने अपनी थाली राजू को क्यों दे दी?

मीना की माँ- दीपा, तुमने अपनी थाली राजू को क्यों देदी?

“मुझे लगा आपने गलती से राजू की थाली मुझे दे दी हैक्योंकि इस थाली में तो रोटी,हरी सब्जियाँ,दाल औरदही है......और ऐसा खाना तो लड़के ही खाते हैं,लड़कियां नही|” दीपा ने जबाव दिया|

मीना की माँ- नहीं दीपा, ये थाली तुम्हारी है| चलो...अबसब लोग खाना शुरु करो|

       सभी सहेलियां खाना खा के सोने चली जाती हैं|लेकिन रात में दीपा के खर्राटों के कारण वे रात भर सोनहीं पाती हैं और अगली सुबह मुकाबले के समय.....

उद्घोषक- आप सबका मुकाबले में स्वागत है| जो भीटीम सबसे ज्यादा पतंगें काटेगी और सबसे जयादापतंगें इकठ्ठा करेगी.....वही टीम होगी इस मुकाबले कीविजेता|

दीपा- ला मीना, मैं चरखी पकड़ती हूँ|

मीना- नहीं दीपा, चरखी रानों पकड़ेगी|

दीपा- लेकिन तुमने तो कहा था कि .......

मीना- सुमी,रानों और मैं रात को बिल्कुल भे सो नहींपाये, इसलिए एक तुम्ही हो जो भाग-भाग के पतंगेंपकड़ सकती हो|

    मुकबला शुरु होता है.....

   मीना, दीपू की पतंग काट देती है और उस कटी पतंगको बबिता की टीम की रजनी पकड़ लेती है|

मीना- क्या कर रही हो दीपा? इतना धीरे भागोगी तोहम हार जायेंगे|

दीपा- मैं क्या करूं मीना?

     आखिरी पतंग भी बबिता की टीम की रजनी पकड़लेती है| मीना और बबिता ने बराबर पतंगें काटी लेकिनज्यादा कटी पतंगें पकड़ने के कारण बबिता के टीमजीत जाती है|

    तभी वहां नर्स बहिन जी आ पहुँचती हैं.....

नर्स बहिन जी- दीपा  बहुत कमजोर लग रही  है, शायदइसीलिये तेज़ भाग नहीं पायी|

मीना- हम भी वही सोच रहे थे बहिन जी, ऐसा क्यों? येतो पूरी रात आराम से सोई.....

नर्स बहिन जी- दीपा,जाओ अपनी माँ को लेकर आओ|

नर्स बहिन जी समझाती हैं, “ दीपा ने पानी तरफ सेभागने की पूरी कोशिश की लेकिन वो भी क्या करे? वोबहुत कमजोर है.....दीपा के शरीर में खून की कमी है|अगर बच्चों को भोजन में उचित मात्रा में आयोडीन नमिले तो उनके शरीर में खून की कमी हो जातीहै,जिससे उन्हें थकावट और सुस्ती महसूस होती है.भूखनहीं लगती और पढाई में भी मन नहीं लगता|

     तभी दीपा की माँ आ जाती हैं.....

नर्स बहिन जी दीपा की माँ से कहती हैं, “.....दीपा कापोषण ठीक से नहीं हो रहा| इसके शरीर में खून कीकमी हो गयी है....इसे हर हफ्ते आयरन की गोलियांखिलाएं, जो कि स्वास्थ्य केन्द्रों स्कूलों में बिल्कुल मुफ्तदी जाती हैं, जिससे इसके शरीर में खून बनसके|....और साथ-साथ अगर आप खाने पे थोडा ध्यानदेंगी तो ये ठीक हो जायेगा| बस आज से आप औरदीपा दोनों ऐसा भजन करें जिसमे आयरन भरपूर मात्रामें हो, हरी पत्तेदार सब्जियाँ जैसे-साग,मैथी,बथुआ,पालक और दालें, तिल के लड्डू खाएंऔर साथ में आंवला,संतरा या मौसम्मी खाएं,जिसमरविटामिन सी होता है| विटामिन सी खानेसे आयरनशरीर में रुकता है| ऐसा पोषण हर बच्चे के लिए जरुरीहै|

दीपा की माँ- लेकिन लड़कियों को इन सबकी क्याजरुरत? ये तो सब लड़के ही.....

नर्स बहिन जी- क्यों? लड़कियां कम मेहनत करती हैंक्या? पढ़ना-लिखना, खेलना,खाना बनाना, .....ये सबमेहनत के काम नहीं? एक बात और.... हर छः महीने मेंइसे एक बार पेट की कीड़ों की दवा जरुर दें

.....फिर देखना पतंगबाजी के अगले मुकाबले मेंआपकी दीपा सबसे तेज़ भागेगी|

मीना- और हमारी टीम जीत जायेगी|

आज का गाना-

कैसे आये चुस्ती,कैसे आये फुर्ती|

कमजोरी कैसे जाये,और कैसे जाए सुस्ती||-२

बोलो..................................

मैं बताऊँ......, हाँ मीना

राज की बात बताती हूँ ,जी नहीं चुराती हूँ|

हरी सब्जियां दाल सदा ही रोज मैं घर पर खाती हूँ|

तुम बताओ रानो..................

मैं भी सच बताती हूँ,जी नहीं चुराती हूँ|

तिल का लड्डू,गुड और आंवला खान खा के खाती हूँ|

कैसे आये चुस्ती,कैसे आये फुर्ती|

कमजोरी कैसे जाये,और कैसे जाए सुस्ती||-२

तुम बताओ.........................................|

आज का खेल-

                 ‘मिलती जुलती आवाजें’

आज की कहानी का सन्देश-
“ सम्पूर्ण आहार कीजरुरत जितनी लड़कों को है उतनी ही लडकियों को भी है|”

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2 Comments

  1. 📌 मीना की दुनिया (Meena Ki Duniya) - रेडियो प्रसारण, एपिसोड 49 । आज की कहानी का शीर्षक - “पतंग मुकाबला"
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  2. 📌 मीना की दुनिया (Meena Ki Duniya) - रेडियो प्रसारण, एपिसोड 49 । आज की कहानी का शीर्षक - “पतंग मुकाबला"
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