logo

Basic Siksha News.com
बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट कॉम

एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

29,334 सहायक अध्यापकों की भर्ती का मामला : कम मेरिट वाले को दी नौकरी, फंसे बीएसए, हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद बरती लापरवाही

29,334 सहायक अध्यापकों की भर्ती का मामला : कम मेरिट वाले को दी नौकरी, फंसे बीएसए, हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद बरती लापरवाही

√प्रोफेशनल डिग्रीधारी को नहीं दिया नियुक्ति पत्र

√कम मेरिट वाले को दी नौकरी, फंसे बीएसए

इलाहाबाद : बेसिक शिक्षा परिषद के उच्च प्राथमिक स्कूलों में कम मेरिट वालों को नियुक्ति पत्र देकर कई बीएसए फंस गए हैं। हाईकोर्ट के 21 सितम्बर के आदेश के बावजूद अलीगढ़, आगरा, संतकबीरनगर, महाराजगंज, कुशीनगर, मथुरा आदि जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने प्रोफेशनल डिग्रीधारियों को नियुक्ति पत्र नहीं दिया।जबकि उनसे कम मेरिट वाले बीएससी डिग्रीधारियों को नौकरी दे दी गई। इसके खिलाफ जाैनपुर के प्रोफेशनल डिग्रीधारी अमरजीत मौर्य ने याचिका कर दी जिसपर हाईकोर्ट ने 7 दिसम्बर को अधिक मेरिट वाले अभ्यर्थी को नियुक्ति पत्र दिए जाने के आदेश दिए हैं। इस चूक के पीछे बेसिक शिक्षा परिषद की भी गलती है।यदि हाईपावर कमेटी की रिपोर्ट सभी बीएसए को भेज दी गई होती तो शायद प्रोफेशनल डिग्री का भ्रम नहीं होता।पुरानी शर्तो पर 15 हजार शिक्षक भर्ती की मांगइलाहाबाद। 15 हजार शिक्षक भर्ती में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों ने उन्हें ही शामिल करने की मांग की है जो 9 दिसम्बर 2014 तक सभी शैक्षिक योग्यता पूरी करते हैं। विशिष्ट बीटीसी 2004, 2007 व 2008 बैच के साथ बीटीसी 2011 बैच के अभ्यर्थियों ने मंगलवार को सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा को ज्ञापन सौंपा। अभ्यर्थियों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर बीएलएड व डीएड स्पेशल एजुकेशन वालों के लिए वेबसाइट खोली गई थी लेकिन उसमें बीटीसी-12 बैच के प्रशिक्षुओं ने भी आवेदन कर दिया। इसके चलते पुराने बैच के अभ्यर्थियों का नुकसान हो रहा है। विशिष्ट बीटीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र प्रताप सिंह का कहना है कि हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने 16 दिसम्बर को ही शासनादेश में निर्धारित शर्तो के इतर आवेदन करने वालों को बाहर कर दिया था। लेकिन इस आदेश की अनदेखी करते हुए 15 जनवरी तक अर्ह अभ्यर्थियों को मौका दे दिया गया। मोर्चा ने अपना पक्ष राष्ट्रपति व राज्यपाल के सामने रखने का निर्णय लिया है।

Post a Comment

0 Comments