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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

मिड-डे-मील में कीड़ा निकलने पर संस्था से काम छिना : बीएसए ने जारी किया आदेश संस्था ने उठाए सवाल बुधवार को दूध बांटने पर संशय

मिड-डे-मील में कीड़ा निकलने पर संस्था से काम छिना : बीएसए ने जारी किया आदेश संस्था ने उठाए सवाल बुधवार को दूध बांटने पर संशय

√मिड-डे-मील में कीड़ा निकलने पर संस्था से काम छिना

√ बीएसए ने जारी किया आदेश

संस्था के खिलाफ कार्रवाई को लेकर अन्य संस्थाओं ने पक्षपात का आरोप लगाया है। संस्था संचालकों का कहना है कि मिड-डे-मील के कोफ्ते में कीड़ा निकलने पर छत्तीसगढ़ सामाजिक सेवा संस्थान को हटा दिया गया। लेकिन बीते दिनों सरोजिनीनगर में अक्षय पात्र द्वारा मिड-डे-मील में चूने की डिब्बी, धागा आदि निकलने पर उसे कोई नोटिस नहीं जारी की गई।

छत्तीसगढ़ सामाजिक सेवा संस्थान को मिड-डे-मील वितरण से हटा दिया गया है। उसकी जगह दो अन्य संस्थाओं को जिम्मेदारी दी गई है।
-प्रवीण मणि त्रिपाठी बीएसए लखनऊ

लखनऊ। भले ही 15 जुलाई को मिड-डे-मील में कोफ्ता चावल व दूध बांट कर कुछ परिषदीय विद्यालयों एवं माध्यमिक स्कूलों में एनजीओ व शिक्षकों ने इसकी शुरुआत कर दी गई थी। लेकिन फिर से बुधवार आने वाला है, इसको लेकर जिले के अफसर से लेकर शिक्षक तक परेशान हैं। दरअसल, काकोरी, सरोजनी नगर एवं चिनहट के साथ-साथ नगर क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों में मिड-डे-मील की जिम्मेदारी अक्षय पात्र फाउंडेशन की है। लेकिन फाउंडेशन ने बजट के अभाव में बच्चों को दूध देने से इंकार कर दिया था। जिससे बच्चे दूध पीने से वंचित रह गए थे। इस पर शासन में बैठक भी बुलाई गई थी। बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी के मुताबिक अक्षय पात्र फाउंडेशन ने बुधवार को बच्चों को दूध देने पर संभावना जताई है। हालांकि अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। वहीं विभागीय सूत्रों के अनुसार सारी दिक्कत दूध के बजट को लेकर है। दूध के लिए बजट की अलग से कोई व्यवस्था न होने की वजह से यह दिक्कतें आ रही हैं।

डेली न्यूज़ नेटवर्कलखनऊ। मिड-डे-मील में कोफ्ते में कीड़े निकलने के मामले में जिला प्रशासन के आदेश पर सोमवार को बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी ने आरोपी संस्था छत्तीसगढ़ सामाजिक सेवा संस्थान से मिड-डे-मील का काम वापस लेते हुए कार्यमुक्त कर दिया। उसकी जगह 21 माध्यमिक विद्यालयों में बच्चों को मिड-डे-मील देने की जिम्मेदारी नैमिष प्रगति सेवा संस्थान और फेयरडील ग्रामोद्योग सेवा समिति को सौंप दी गई है।बीते 15 जुलाई को मिड-डे-मील के मेन्यू में बुधवार को कोफ्ता चावल तथा बच्चों को 200 एमएल दूध दिए जाने की शुरुआत की गई थी। नगर क्षेत्र के माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा आठ तक मिड-डे-मील देने की जिम्मेदारी आठ स्वयं सेवी संस्थाओं को सौंपी गई है। इन्हीं में से छत्तीसगढ़ सामाजिक सेवा संस्थान के पास भी 21 विद्यालयों में करीब पांच हजार बच्चों को मिड-डे-मील देने की जिम्मेदारी थी। बीते बुधवार को संस्था ने लालबाग स्थित क्वींस एएस इंटर कॉलेज में बच्चों को मिड-डे-मील में कोफ्ता चावल तथा दूध दिया। लेकिन कोफ्ते में कीड़े निकलने से हड़कंप मच गया। जिलाधिकारी के आदेश पर एफएसडीए की टीम ने मौके पर पहुंच कर नमूने भरे थे। वहीं डीएम ने आरोपी संस्था से काम वापस लेने दूसरी संस्था को काम देने का आदेश दिया था। इस पर बीएसए ने संस्था से चौबीस घंटे में स्पष्टीकरण मांगा था। लेकिन जवाब से संतुष्ट न होने पर बीएसए ने सोमवार को संस्था से मिड-डे-मील वितरण का काम वापस लेते हुए दूसरे एनजीओ को इसकी जिम्मेदारी सौंप दी।

      खबर साभार : डीएनए

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  1. मिड-डे-मील में कीड़ा निकलने पर संस्था से काम छिना : बीएसए ने जारी किया आदेश संस्था ने उठाए सवाल बुधवार को दूध बांटने पर संशय
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