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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

सूबे में शिक्षकों की कमी दूर करने को की जा रही भर्ती : विद्यालयों की शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए किया विकास खण्ड स्तरीय टास्टफोर्स का गठन ; बेसिक शिक्षामंत्री रामगोविन्द चौधरी-

सूबे में शिक्षकों की कमी दूर करने को की जा रही भर्ती : विद्यालयों की शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए किया विकास खण्ड स्तरीय टास्टफोर्स का गठन ; बेसिक शिक्षामंत्री रामगोविन्द चौधरी-

"बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा,प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक शिक्षकों की कमी दूर होने के बाद विद्यालयों में उनकी उपस्थिति पर होगा जोर |"

आदेश देखने के लिए यहां क्लिक करें-परिषदीय विद्यालयों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु नियमित अनुश्रवण एवं अनुसमर्थन के सम्बन्ध में आदेश/निर्देश जारी |

लखनऊ (एसएनबी)। प्रदेश में अध्यापकों की कमी दूर करने के लिए प्राथमिकता के आधार पर शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक हर विद्यालय को शिक्षकों की जरूरी उपलब्धता सुनिश्चित कराना है।बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविन्द चौधरी ने सोमवार को यहां बताया कि प्रदेश में अध्यापकों की कमी दूर करने के लिए उनकी भर्ती तेजी से की जा रही है।

इसके अतिरिक्त 15000 बीटीसी अभ्यर्थियों के चयन के लिए कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्राथमिक विद्यालयों के लिए 72825 बीएड, टीईटी अर्हताधारी प्रशिक्षुओं की भर्ती की बची सीटें भी जल्द भर ली जाएंगी। इसके साथ ही उच्च प्राथमिक विद्यालयों में भी अध्यापकों के 29334 पदों पर सीधी भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। प्रदेश में 165306 शिक्षामित्र कार्यरत थे, जिनमें से प्रथम चरण में प्रशिक्षण पूर्ण कर चुके 58903 शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक के पदों पर समायोजन किया गया है। द्वितीय चरण में लगभग 91000 शिक्षामित्रों का समायोजन भी 30 अप्रैल तक पूरा कर लिया जाएगा।

चौधरी के अनुसार इसके बाद प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रत्येक जिले के प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, खण्ड अधिकारी एवं सह समन्वयक और बीआरसी द्वारा जिले के दो-दो विद्यालयों को गोद लेने के निर्देश दिये गये हैं।

उन्होंने बताया कि विद्यालयों में पठन-पाठन की समुचित व्यवस्था एवं शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए राज्य स्तरीय, जिला स्तरीय एवं विकास खण्ड स्तरीय टास्क फोर्स गठित की गई है। अधिकारियों को विद्यालय निरीक्षण के लक्ष्य आवंटित किये गये हैं, जिसके अनुसार विद्यालयों का निरीक्षण हो रहा है। उन्होंने कहा कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों के भ्रष्टाचार की शिकायतें प्राप्त की जा रही हैं। कई जिलों के अधिकारियों को चेतावनी दी गई है। उन्होंने बताया कि शिक्षकों की विद्यालयों में शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये गये हैं।

चौधरी ने यह भी चेतावनी दी है कि शिक्षकों की कमी दूर होने के बाद विद्यालयों में उनकी उपस्थिति पर जोर होगा। इसमें जिस जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की प्रगति खराब होगी, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।

            खबर साभार : राष्ट्रीयसहारा

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