logo

Basic Siksha News.com
बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट कॉम

एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार बंद हो : बेसिक शिक्षामंत्री रामगोविन्द चौधरी-

शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार बंद हो : बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविन्द चौधरी-


लखनऊ (एसएनबी)। शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार समाप्त होना जरूरी है, जब तक यह भ्रष्टाचार समाप्त नहीं होगा तब तक इसे गौरवशाली इतिहास वापस नहीं होगा। यह बात शुक्रवार को इंदिरा नगर सेक्टर-14 स्थित रानी लक्ष्मी बाई मेमोरियल सीनियर सेकेण्डरी स्कूल में शैक्षिक उन्नयन के लिए आयोजित खण्ड शिक्षाधिकारियों की दो दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का शुभारम्भ करते हुए मुख्य अतिथि बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविन्द चौधरी ने कही। इस अवसर पर तीन बीएसए, दो एबीएसए व पांच खण्ड शिक्षाधिकारियों को पुरस्कृत किया गया। उन्होंने बेसिक शिक्षा में शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए सभी खण्ड शिक्षाधिकारियों का आह्वान किया कि वे प्राथमिक स्कूलों की स्थिति में गुणवत्ता परक सुधार लायें। उन्होंने कहा कि शिक्षा समाज का आईना है। बेसिक शिक्षा ही इसका मुख्य आधार है, इस कारण बेसिक शिक्षा में सुधार की अति आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि समाज को बनाने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी खण्ड शिक्षाधिकारियों की है। हर मां-बाप का सपना होता है, कि उनका बेटा अच्छा नागरिक बने और समाज के लिए अच्छा कार्य करे। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा में सुधार तभी माना जाएगा, जब बड़े-बड़े विद्वान, प्रोफेसर, अधिकारी तथा सभी बड़े लोग अपने बच्चों को परिषदीय स्कूलों में पढ़ाने में रुचि लें। उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि शिक्षा विभाग की गौरवशाली परम्परा को एक साल में पूरा करेंगे तो खण्ड शिक्षाधिकारियों की सभी मांगों को शासन स्तर पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने बेसिक शिक्षा विभाग के सभी संघों को समाप्त कर निदेशक को निर्देशित किया कि वे एक संघ बना लें। उन्होंने बेसिक शिक्षा में अनिवार्य रूप से अंग्रेजी की पढ़ाई, गुणवत्ता युक्त शिक्षा, मार्च में स्कूल चलो अभियान व एक अप्रैल से नया सत्र समय से शुरू करने को कहा। इस दौरान शिक्षा राज्य मंत्री योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग देश के सबसे कमजोर बच्चे को शिक्षा देने का काम करता है। यह एक पवित्र और बहुत बड़ा उद्धार का कार्य है, जो हम आप सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला सही दिशा में जा रही है। पहले परिषदीय स्कूल का बच्चा जितना मजबूत होता था, अब नहीं है, इसी को वापस लाना है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का व्यावसायीकरण हुआ है। यह एक खराब स्थिति है। बेसिक शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी व शिक्षक शिक्षा के गुणात्मक सुधार में लग जाएं। बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री वसीम अहमद ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग एक परिवार है, परिवार का नाम जहां आता है, वहां सारी चुनौतियां हल करने में आसानी होती है। साथ ही कहा कि नैतिक शिक्षा को भी बढ़ाया जाए। इस अवसर पर विशेष सचिव बेसिक शिक्षा, श्रीमती अमृता सोनी, एससीईआरटी के निदेशक सव्रेन्द्र विक्रम सिंह, बेसिक शिक्षा निदेशक दिनेश बाबू शर्मा सहित अन्य शिक्षाधिकारी व विभिन्न जनपदों से आए खण्ड शिक्षाधिकारी उपस्थित थे। शैक्षिक उन्नयन के लिए खण्ड शिक्षाधिकारियों की दो दिवसीय कार्यशाला तीन बीएसए, दो एबीएसए व पांच खण्ड शिक्षाधिकारी पुरस्कृत कार्यशाला का उद्घाटन करते बेसिक शिक्षामंत्री राम गोविंद चौधरी।

        खबर साभार : राष्ट्रीय सहारा

Post a Comment

0 Comments