logo

Basic Siksha News.com
बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट कॉम

एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

शिक्षक दिवस "गुरु उत्सव" के रूप में मनाने पर विवाद -

शिक्षक दिवस "गुरु उत्सव" के रूप में मनाने पर विवाद -

नई दिल्ली/चेन्नई (भाषा)। शिक्षक दिवस को ‘गुरु उत्सव’ के तौर पर मनाने की केंद्र सरकार की योजना विवादों में घिर गई है और विपक्षी कांग्रेस के अलावा भाजपा के सहयोगी एमडीएमके तथा पीएमके जैसे दलों ने भी सरकार की निंदा की है। तमिलनाडु में भाजपा के दो सहयोगी दलों ने टीर्चस डे का नामकरण ‘गुरु उत्सव’ के रूप में किए जाने का विरोध किया और पीएमके ने इसे संस्कृत को थोपने का गोपनीय प्रसास बताया। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने शिक्षक दिवस का नाम बदलने को ‘पैकेजिंग’ कवायद करार दिया और कहा कि सरकार पैकेज और लेबल बदलने का प्रयास कर रही है। पीएमके और एमडीएमके के नेताओं एस. रामदास और वाइको ने कहा कि केंद्र तुरंत टीर्चस डे को ‘गुरु उत्सव’ घोषित करने के आदेश को वापस ले।

पांच सितम्बर को छात्रों से र्चचा करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले का तो रामदास ने स्वागत किया लेकिन इस दिवस को ‘गुरु उत्सव’ कहे जाने पर आपत्ति जताई। रामदास और वाइको ने हाल ही में सीबीएसई स्कूलों में संस्कृत सप्ताह मनाए जाने का विरोध किया था। रामदास ने एक बयान में कहा-‘‘केंद्र सरकार के लिए इसका नाम बदलकर गुरु उत्सव करना उचित नहीं है। यह संस्कृत थोपने का गोपनीय प्रयास है, जो स्वीकार्य नहीं है।’’ वाइको ने भी छात्रों के साथ र्चचा करने के मोदी के फैसले का स्वागत किया लेकिन कहा कि पार्टी केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री द्वारा टीर्चस डे का नाम बदलकर ‘गुरु उत्सव’ किए जाने की कड़ी निंदा करती है। उन्होंने कहा-‘‘केंद्र सरकार को यह अहसास होना चाहिए कि राष्ट्रीय अखंडता केवल तभी मजबूत होगी जब विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों की पहचान को बेहतर किया जाएगा।’’ द्रमुक प्रमुख एम. करुणानिधि पहले ही इस कदम का विरोध करते हुए आरोप लगा चुके हैं कि यह तमिल भाषा और समाज को नीचा दिखाने की साजिश है।

खबर साभार : राष्ट्रीय सहारा

Post a Comment

0 Comments