logo

Basic Siksha News.com
बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट कॉम

एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

ALLAHABAD HIGHCOURT, CUTOFF : कटऑफ अंक पर दो न्यायपीठों में आज एक साथ सुनवाई

कटऑफ अंक पर दो न्यायपीठों में आज एक साथ सुनवाई

जेएनएन, लखनऊ: परिषदीय स्कूलों की 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा के लिए तय कटऑफ अंक पर गुरुवार को दो न्यायपीठों में सुनवाई होगी। लखनऊ खंडपीठ में दो दिन से इस मुद्दे पर बहस चल रही है। वहीं, इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी कुछ अभ्यर्थियों ने कटऑफ को चुनौती दी थी, कोर्ट ने परीक्षा के रिजल्ट पर यथास्थिति बरकरार रखते हुए 31 को सुनवाई की तारीख तय की है।

शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा छह जनवरी को कराई गई, अगले दिन शासन ने परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए कटऑफ अंक तय कर दिए। इसमें सामान्य को 65 व आरक्षित वर्ग को 60 प्रतिशत अंक लाने होंगे। परीक्षार्थियों ने इसी को चुनौती दी है, उनका कहना है कि इम्तिहान के बाद आखिर कटऑफ अंक क्यों तय किए गए और इतना अधिक उत्तीर्ण प्रतिशत निर्धारित करना उचित नहीं है। इस मामले में सरकार ने भी हलफनामा देकर स्पष्ट किया है कि परीक्षार्थियों व सीटों को देखते हुए यह निर्णय किया गया है। कुछ अभ्यर्थियों ने लखनऊ खंडपीठ तो कुछ ने इलाहाबाद हाईकोर्ट मुख्य न्यायपीठ की ओर रुख किया। लखनऊ में 29 जनवरी से सुनवाई चल रही है, माना जा रहा था कि लखनऊ पीठ दो दिन पहले ही इस मामले में फैसला देगा और उस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट मुहर लगा देगा लेकिन, ऐसा नहीं हो सका है। घंटों बहस के बाद याचिकाओं पर अंतिम निर्णय अब तक नहीं हो सका है। इससे परीक्षा की संशोधित उत्तरकुंजी और परिणाम अधर में लटका है। ज्ञात हो कि संशोधित उत्तर कुंजी 19 जनवरी व परिणाम 22 जनवरी को जारी होना था। शिक्षा विभाग के अफसर व अभ्यर्थी कोर्ट पर निगाहें लगाए हैं कि आखिर निर्णय क्या होता है? इस केस में सरकार की ओर से वरिष्ठ वकील प्रशांत चंद्रा ने अपनी बहस में लिखित परीक्षा के बाद सरकार द्वारा क्वालीफाइंग मार्क्‍स तय करने के निर्णय को सही करार दिया है।

राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए हुई परीक्षा में प्रश्न और उत्तरों की गलतियों का अंबार मिला है। अभ्यर्थियों की ओर से बुधवार तक करीब चार हजार आपत्तियां दी गई हैं। आकड़े ही यह बताने के लिए काफी हैं कि उप्र उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग यानी यूपीएचईएससी ने कैसे विशेषज्ञों का चयन किया। दो चरण में हुई परीक्षा से संबंधित आपत्तियां लेने के बाद अब तीसरे चरण की उत्तरकुंजी के लिए अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र आउट होने के आरोप की न्यायिक जांच रिपोर्ट आने तक इंतजार करना होगा।

यूपीएचईएससी ने विज्ञापन संख्या 47 के तहत 15 दिसंबर को पहले चरण में हुई परीक्षा की उत्तरकुंजी 19 को और पांच जनवरी को दूसरे चरण की लिखित परीक्षा की उत्तरकुंजी 21 को जारी की थी। इन दोनों ही उत्तरकुंजी के वेबसाइट पर अपलोड होते ही अभ्यर्थियों की ओर से विभिन्न प्रश्नों के उत्तर विकल्प पर अंगुली उठी थी। विषय के अलावा सामान्य अध्ययन के प्रश्नों में भी मॉडरेशन ठीक से न होने के आरोप लगे। हालांकि अभ्यर्थियों से 30 तक यूपीएचईएससी ने आपत्तियां मांगी थीं। कुल 35 विषयों के सापेक्ष दो चरण की परीक्षा के तहत 29 विषयों में करीब चार हजार आपत्तियां भेजी गई हैं। हालांकि इसमें एक ही सवाल पर आठ से 10 कॉमन आपत्तियां भी शामिल हैं।

Post a Comment

0 Comments