logo

Basic Siksha News.com
बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट कॉम

एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

BED, COUNSELING : पहले दिन कॉलेजों का नहीं खुला खाता, बीएड में काउंसिलिंग के बाद सीटें लॉक, 12 जून तक जमा कर सकते हैं फीस

BED, COUNSELING : पहले दिन कॉलेजों का नहीं खुला खाता, बीएड में काउंसिलिंग के बाद सीटें लॉक, 12 जून तक जमा कर सकते हैं फीस

इलाहाबाद  : लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की गई जेईई बीएड 2018-2020 की काउंसिलिंग का पहला राउंड शनिवार को खत्म हो गया। पहले राउंड के तहत सीटों के एलॉटमेंट का पहला दिन समाप्त हो गया है। विद्यार्थियों को उनकी च्वाइस के आधार पर 12 जून तक फीस जमा करने अवसर दिया गया है। सीट एलॉटमेंट के पहले ही दिन वित्तपोषित (एडेड) कॉलेजों में तो सभी सीटें भर गईं पर मंडल के कई वित्तविहीन कॉलेज ऐसे हैं जिनका खाता तक नहीं खुल सका। 


नए शैक्षिक सत्र में प्रवेश के लिए एक से 25 हजार स्टेट रैंक तक के विद्यार्थियों का एक जून से रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ था, जोकि तीन जून तक हुआ। चार, पांच व छह जून को रजिस्ट्रेशन व च्वाइस फिलिंग हुई। सात जून को सीटों का एलॉटमेंट हुआ। च्वाइस फिलिंग के बाद नौ जून को पहले राउंड की सीटों को कन्फर्म कर दिया गया है। अब 12 जून तक विद्यार्थी शुल्क जमा कर सकेंगे। 


इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय से संबद्ध आठ एडेड कॉलेजों में से पांच ऐसे हैं जिनकी सभी सीटें पहले ही दिन भर गईं। इनमें डॉ. राजेश्वर सेवाश्रम महाविद्यालय प्रतापगढ़, एमडी पीजी कॉलेज प्रतापगढ़, मदन मोहन मालवीय पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज कालाकांकर, प्रतापगढ़, सदानंद डिग्री कॉलेज फतेहपुर शामिल हैं। इनमें कला वर्ग में रिसर्च कोटे की सिर्फ एक-एक सीटें रिक्त हैं। विज्ञान संकाय की सभी सीटें भर गई हैं। 


वित्त विहीन कई महाविद्यालय ऐसे भी हैं जिनकी पहले ही दिन 50 फीसद से अधिक सीटें भर गई हैं। सर्वाधिक सीटें केपी उच्च शिक्षा संस्थान में शनिवार को भर गईं। पहले दिन कला वर्ग में 19 व विज्ञान वर्ग में 15 सीटें भर गईं। यहां विज्ञान वर्ग में कुल 30 सीटें हैं, जबकि कला वर्ग में 75 सीटें हैं। इसी तरह शहर में स्थित ठाकुर हर नारायण सिंह पीजी कॉलेज में भी कला वर्ग में 75 सीटों में से 24 सीटें व विज्ञान वर्ग में नौ सीटें पहले ही दिन भर गईं। बाकी स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों में से किसी में एक से लेकर 10 सीटों के बीच भरी हैं। 




Post a Comment

0 Comments