logo

Basic Siksha News.com
बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट कॉम

एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

MAN KI BAAT : शपथ का हुआ कायाकल्प क्योंकि छठी कक्षा में पढ़ने वाला रेकी अपना बैग तैयार करने में जुटा है, वैसे रेकी का यह असली नाम नहीं है, अपने लिए यह फैशनेबल नाम........

MAN KI BAAT : शपथ का हुआ कायाकल्प क्योंकि छठी कक्षा में पढ़ने वाला रेकी अपना बैग तैयार करने में जुटा है, वैसे रेकी का यह असली नाम नहीं है, अपने लिए यह फैशनेबल नाम........

🔴 "मैं ईमानदारी से प्रतिज्ञा करता हूं कि पूरी निष्ठा से अपने स्वार्थो को किसी न किसी तरीके से पूरा करके दिखाऊंगा ।"

सालाना छुट्टियां खत्म हो गई हैं। छठी कक्षा में पढ़ने वाला रेकी अपना बैग तैयार करने में जुटा है। वैसे रेकी का यह असली नाम नहीं है। अपने लिए यह फैशनेबल नाम उसने खुद ही रखा है। वैसे तो अभी उसकी गिनती युवाओं में नहीं होती, लेकिन वह खुद को गबरू जवान ही समझता है। बैग तैयार करने के उपक्रम के बीच उसके पिता ने सोचा कि क्यों न बेटे का सिलेबस रिवाइज करा दिया जाए। बाप-बेटे इस पुनीत काम में जुटे ही थे कि अचानक वहां आई रेकी की मां ने कहा कि आप खुद क्यों मगजमारी कर रहे हो वह जो ट्यूशन वाली मैम के यहां जाता है उसे भी बंद करा दूं क्या, कुछ पैसे भी बच जाएंगे। सोचा पैसे बच भी गए तो क्या रेकी का सिलेबस तो पूरा पढ़ाया नहीं जाएगा, लिहाजा पापा ने रिवीजन पर तुरंत रोक लगा दी। रेकी भागने को ही था कि पापा ने कहा जाते-जाते अपनी शपथ तो सुना दे कहीं छुट्टियों में भूल तो नहीं गया। तुम्हारे हेडमास्टर ने बहुत उम्दा शपथ चुनी हुई है विद्यार्थियों के लिए। ऐसी शपथ हर स्कूल में नियमित रूप से दिलाई जानी चाहिए। तुम्हारी शपथ सुनकर मुङो अपने स्कूल के दिन याद आ जाते हैं। क्या शपथ थी, अब तो भूल भी गए।

रेकी ने सावधान खड़े होकर शपथ सुनानी शुरू की तो पापा ने कहा, ‘यार बैठकर ही सुना दे। वह आंखें तरेर कर बोला पापा अनुशासन तोड़ना क्यों सिखा रहे हो? वह सीधे खड़े होकर ही माना और पूरी तन्मयता से शपथ सुनाने लगा,‘भारत हमारा देश था।’ पापा बोले, ‘क्या बोल रहा है रेकी बेटा?’ रेकी बोला पापा शपथ लेते समय बीच में नहीं टोकते। कोई आपत्ति होगी तो उस पर बाद में चर्चा कर लेंगे।

पापा को चुप होना पड़ा तो शपथ पुन: शुरू हुई, ‘भारत हमारा देश था, नाउ इंडिया इज अवर कंट्री। हम सब भारतवासी बहन-भाई होते थे। अब हम सब एक दूसरे के लिए ‘भाई’ बन चुके हैं। बहनों ने अपना जिम्मा खुद संभाल लिया है। हम अपने देश से बहुत प्यार करते थे, हम अपने देश से बहुत प्यार करते हैं, हम अपने देश से प्यार करते रहेंगे, मगर अब इससे भी ज्यादा मैं अपने आप से प्यार करता हूं, क्योंकि अब सब अपने आप से प्यार करते हैं। अपने काम से काम रखते हैं। हमारे देश ने दुनिया को बहुत कुछ दिया। मुङो अभी भी अपने देश की महान सभ्यता और संस्कृति पर बहुत नाज है। बहुत से लोग देश की कला-संस्कृति, सभ्यता, धर्म, एकता और राष्ट्रीयता को अक्षुण्ण रखने का नेक काम कर रहे हैं। कुछ लोग ईमानदारी को अभी भी जीवित रखना चाहते हैं, मगर ज्यादातर लोग साथ नहीं देते। मैं अपने माता-पिता, अध्यापकों और वरिष्ठजनों का दिल से सम्मान तो करता हूं, परंतु व्यावहारिक स्तर पर कुछ करने में, उनके बताए रास्ते पर चलने में, दिन-प्रतिदिन खुद को मजबूर महसूस कर रहा हूं।

हालात को देखते हुए मैं अपने देश और देशवासियों के संबंध में ईमानदारी से प्रतिज्ञा करता हूं कि पूरी निष्ठा से उनके माध्यम से अपने स्वार्थो को किसी न किसी तरीके से पूरा करके दिखाऊंगा ताकि मेरा जीवन सफल हो। मैं कोशिश करूंगा कि सब कुछ किनारे रख अपना उल्लू सीधा कर सकूं। अपने इस काम से मुङो बेहद खुशी मिलेगी। इस संदर्भ में मुङो देश के नेता, अभिनेता, अफसर, रक्षक-भक्षक से जो दिव्य प्रेरणा मिली उसके लिए मैं उनका बेहद शुक्रगुजार हूं।

उफ? यह शपथ है तुम्हारी। सब भूल गए। बिगड़ रहे हो तुम। रेकी के पापा लगभग चीखते हुए बोले थे। रेकी ने कहा, ‘रिलेक्स-रिलेक्स, पापा लाइफ में आगे निकलना हो तो पुरानी शपथ नहीं चलती। न ही पुराने तरीके। अब हमारा देश भारत नहीं इंडिया है। समय के साथ नहीं बदलूंगा तो हर कोई मेरी रेकी कर देगा। तभी तो मैंने अपना नाम रेकी रख लिया है। अब तो जैसा देश में हो रहा है वैसा ही करना होगा नहीं तो रेस से बाहर होना पड़ेगा। पुरानी शपथ लेते लेते मुङो सब पुराना, घिसा-पिटा सा लगता था। मेरा मन कुछ बदलाव यानी चेंज चाहता था सो मैंने शपथ को ही बदल दिया और आप चिंता न करो। पुरानी शपथ भी याद है मुङो। शिक्षक के सामने वही लेता हूं, मगर आप तो मेरे पापा हो इसलिए आपसे झूठ नहीं बोल सकता। पापा ने गौर से देखा कि छठी कक्षा में पढ़ने वाला रेकी भी उन्हें अपना नहीं लग रहा था। फिर उन्होंने मन ही सोचा कि शपथ तो सामयिक जरूरत के हिसाब से ठीक ली। उन्हें विश्वास हो चला था कि उनका रेकी जमाने की रेकी भी कर सकेगा।
     - संतोष उत्सुक


Post a Comment

1 Comments

  1. 📌 MAN KI BAAT : शपथ का हुआ कायाकल्प क्योंकि छठी कक्षा में पढ़ने वाला रेकी अपना बैग तैयार करने में जुटा है, वैसे रेकी का यह असली नाम नहीं है, अपने लिए यह फैशनेबल नाम........
    👉 http://www.basicshikshanews.com/2017/04/man-ki-baat_23.html

    ReplyDelete