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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

CM, MDM : निजी स्कूलों जैसा होगा परिषदीय विद्यालयों का कोर्स, मुख्यमंत्री ने किया स्कूली बच्चों को बर्तन वितरण योजना का शुभारंभ, अखिलेश संग मुलायम ने भी बच्चों को बांटे बर्तन, इसे सपा के चुनावी घोषणापत्र में शामिल करेंगे - अखिलेश

CM, MDM : निजी स्कूलों जैसा होगा परिषदीय विद्यालयों का कोर्स, मुख्यमंत्री ने किया स्कूली बच्चों को बर्तन वितरण योजना का शुभारंभ, अखिलेश संग मुलायम ने भी बच्चों को बांटे बर्तन, इसे सपा के चुनावी घोषणापत्र में शामिल करेंगे - अखिलेश

राज्य ब्यूरो, लखनऊ : धनतेरस के मौके पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय धनुआसांड में मिड डे मील योजना के तहत बर्तन वितरण योजना का शुभारंभ किया। उन्होंने उच्च प्राथमिक विद्यालय कल्ली पश्चिम में भी बच्चों को बर्तन बांटे। योजना के पहले चरण में परिषदीय स्कूलों के एक करोड़ बच्चों में से प्रत्येक को स्टेनलेस स्टील की थाली और गिलास दिया जाएगा। पूर्व माध्यमिक विद्यालय धनुआसांड में आयोजित बर्तन वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने तय किया है कि यदि समाजवादी पार्टी दोबारा सत्ता में आयी तो परिषदीय विद्यालयों का पाठ्यक्रम और किताबें प्रतिष्ठित निजी स्कूलों के समान होंगे, उनमें कोई फर्क नहीं होगा। बच्चों को शिक्षा देने में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रोद्योगिकी की आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा। वह इसे समाजवादी पार्टी के चुनावी घोषणापत्र में शामिल करेंगे।

मुख्यमंत्री ने श्रवस्ती व मैनपुरी में परिषदीय स्कूलों के बच्चों से अपने साक्षात्कार के निराशाजनक अनुभव साझा करने के साथ ही रायबरेली के एक विद्यालय में एक बच्चे द्वारा उन्हें राहुल गांधी के रूप में पहचानने का जिक्र किया। कहा कि सरकार की ओर से बुनियादी शिक्षा पर इतना ज्यादा खर्च करने के बाद भी परिषदीय स्कूलों के बच्चे जब निजी स्कूलों के छात्रों से पिछड़ते हैं तो तकलीफ होती है। इसलिए समाजवादी पार्टी की सरकार फिर से सत्ता में आई तो बुनियादी शिक्षा और बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने पर फोकस होगा।

बच्चों को आधी नहीं पूरी खुशी : मुख्यमंत्री ने कहा कि बर्तन वितरण योजना तहत बच्चों को खाना परोसने के लिए पहले स्कूलों को बर्तन मुहैया कराने की योजना थी, लेकिन उन्हें लगा कि यह आधी खुशी होगी। यदि हम धनतेरस पर बर्तन दे रहे हैं तो बच्चे इन्हें घर ले जाएं, तभी उन्हें पूरी खुशी मिलेगी। यह बर्तन बच्चों के हैं, उनके ही रहेंगे। कोई भी उनसे यह बर्तन छीन नहीं सकता है।

राब्यू, लखनऊ : मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को अपने पिता व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के साथ उनके सरकारी आवास पांच विक्रमादित्य मार्ग पर प्राथमिक विद्यालय उदयगंज के दस बच्चों को मध्याह्न् भोजन योजना के तहत थाली और गिलास बांटे। दोनों ने छात्र-छात्रओं के उज्‍जवल भविष्य की कामना की।

घटिया दूध के पीछे स्थानीय राजनीति : उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों के पोषण की जरूरतों को देखते हुए समाजवादी सरकार ने दूध और फल वितरण योजना शुरू की। यह बात और है कि कहीं-कहीं गांव की अंदरूनी राजनीति के कारण बच्चों को घटिया दूध दिये जाने की शिकायतें मिलीं। हमारी योजना बच्चों को गर्म दूध देने की है। गर्म दूध किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता।

नवंबर तक बांट देंगे बर्तन: कार्यक्रम में सचिव बेसिक शिक्षा अजय कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि स्कूली बच्चों को नवंबर तक बर्तन बांट दिये जाएंगे। एक करोड़ बच्चों को बर्तन बांटने पर 114 करोड़ रुपये खर्च होंगे। कार्यक्रम में राजनीतिक पेंशन मंत्री राजेंद्र चौधरी, पंचायती राज मंत्री राम गोविंद चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री शिवाकांत ओझा, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री वसीम अहमद आदि भी मौजूद थे।

नवंबर में लांच करेंगे ‘यूपी 100’ : मुख्यमंत्री ने कहा कि एंबुलेंस सेवा के बाद अब लोगों को तत्काल पुलिस सहायता मुहैया कराने के लिए वह नवंबर में ‘यूपी 100’ योजना शुरू करेंगे। इस योजना के तहत 100 नंबर डायल करने पर आपको पुलिस वाले का व्यवहार अच्छा मिलेगा, सुनवाई होगी और शिकायत या रिपोर्ट पर फौरन कार्रवाई होगी।

बहुत बेईमान मुख्यमंत्री थीं मायावती : बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन ने कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की शान में कसीदे काढ़े। उन्होंने कहा कि मायावती बहुत बेईमान मुख्यमंत्री थीं। उनकी सरकार ने प्रदेश को लूटा था। बसपा सरकार के कई मंत्री जेल गए। हमारी सरकार का कोई मंत्री जेल नहीं गया।

वोट की चिंता करने वालों पर थूको: माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री विजय बहादुर पाल ने कहा कि सरकारें आयीं और गईं, लेकिन किसी के मन में यह न आया कि गांवों में रहने वाले गरीबों के बच्चे पढ़-लिख कर आगे बढ़ें। यह जज्बा अखिलेश यादव ने दिखाया है। उन्होंने सच्चाई का सामना करने और दो टूक बात करना सीखने की नसीहत दी। यह भी कहा कि उन पर थूको जो सिर्फ वोट की चिंता करते हैं।

बर्तनों की होगी जांच : ‘जागरण’ से बातचीत में सचिव बेसिक शिक्षा ने बताया कि बर्तनों की गुणवत्ता की जांच के लिए जिलों में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है। समिति बांटे गए बर्तनों की रैंडम आधार पर जांच करेगी।

यदि जांच में बर्तन मानक से घटिया पाये गए तो आपूर्तिकर्ता को बर्तन वापस लेकर मानक के अनुरूप बर्तन सप्लाई करने होंगे अन्यथा उसका भुगतान जब्त कर लिया जाएगा। तहत बच्चों को खाना परोसने के लिए पहले स्कूलों को बर्तन मुहैया कराने की योजना थी, लेकिन उन्हें लगा कि यह आधी खुशी होगी। यदि हम धनतेरस पर बर्तन दे रहे हैं तो बच्चे इन्हें घर ले जाएं, तभी उन्हें पूरी खुशी मिलेगी। यह बर्तन बच्चों के हैं, उनके ही रहेंगे। कोई भी उनसे यह बर्तन छीन नहीं सकता है।

घटिया दूध के पीछे स्थानीय राजनीति : उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों के पोषण की जरूरतों को देखते हुए समाजवादी सरकार ने दूध और फल वितरण योजना शुरू की। यह बात और है कि कहीं-कहीं गांव की अंदरूनी राजनीति के कारण बच्चों को घटिया दूध दिये जाने की शिकायतें मिलीं। हमारी योजना बच्चों को गर्म दूध देने की है। गर्म दूध किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता।

नवंबर तक बांट देंगे बर्तन: कार्यक्रम में सचिव बेसिक शिक्षा अजय कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि स्कूली बच्चों को नवंबर तक बर्तन बांट दिये जाएंगे। एक करोड़ बच्चों को बर्तन बांटने पर 114 करोड़ रुपये खर्च होंगे। कार्यक्रम में राजनीतिक पेंशन मंत्री राजेंद्र चौधरी, पंचायती राज मंत्री राम गोविंद चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री शिवाकांत ओझा, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री वसीम अहमद आदि भी मौजूद थे।

नवंबर में लांच करेंगे ‘यूपी 100’ : मुख्यमंत्री ने कहा कि एंबुलेंस सेवा के बाद अब लोगों को तत्काल पुलिस सहायता मुहैया कराने के लिए वह नवंबर में ‘यूपी 100’ योजना शुरू करेंगे। इस योजना के तहत 100 नंबर डायल करने पर आपको पुलिस वाले का व्यवहार अच्छा मिलेगा, सुनवाई होगी और शिकायत या रिपोर्ट पर फौरन कार्रवाई होगी।

बहुत बेईमान मुख्यमंत्री थीं मायावती : बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन ने कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की शान में कसीदे काढ़े। उन्होंने कहा कि मायावती बहुत बेईमान मुख्यमंत्री थीं। उनकी सरकार ने प्रदेश को लूटा था। बसपा सरकार के कई मंत्री जेल गए। हमारी सरकार का कोई मंत्री जेल नहीं गया।

वोट की चिंता करने वालों पर थूको: माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री विजय बहादुर पाल ने कहा कि सरकारें आयीं और गईं, लेकिन किसी के मन में यह न आया कि गांवों में रहने वाले गरीबों के बच्चे पढ़-लिख कर आगे बढ़ें। यह जज्बा अखिलेश यादव ने दिखाया है। उन्होंने सच्चाई का सामना करने और दो टूक बात करना सीखने की नसीहत दी। यह भी कहा कि उन पर थूको जो सिर्फ वोट की चिंता करते हैं।

बर्तनों की होगी जांच : ‘जागरण’ से बातचीत में सचिव बेसिक शिक्षा ने बताया कि बर्तनों की गुणवत्ता की जांच के लिए जिलों में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है। समिति बांटे गए बर्तनों की रैंडम आधार पर जांच करेगी।

यदि जांच में बर्तन मानक से घटिया पाये गए तो आपूर्तिकर्ता को बर्तन वापस लेकर मानक के अनुरूप बर्तन सप्लाई करने होंगे अन्यथा उसका भुगतान जब्त कर लिया जाएगा।

सीएम अखिलेश से धनतेरस का तोहफा पाकर चहके बच्चे

लखनऊ । मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को मोहनलालगंज के पूर्व माध्यमिक विद्यालय धनुआसांड़ में थाली और गिलास बांटकर बच्चों को धनतेरस का तोहफा दिया।

प्रदेश सरकार ने मध्यान्ह भोजन योजना के तहत सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को एक करोड़ थाली-गिलास देने की घोषणा की है।

योजना के तहत हर बच्चे को एक-एक थाली और एक-एक गिलास दिया जाना है। भोजन करने के बाद बच्चे थाली और गिलास अपने घर ले जा सकेंगे।

 मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को पूर्व माध्यमिक विद्यालय धनुआसांड़ के 10 बच्चों को अपने हाथ से थाली बर्तन देकर योजना का शुभारंभ किया। दिसंबर तक प्रदेश भर में बर्तन वितरण पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

मध्यान्ह भोजन योजना के तहत इस समय परिषदीय विद्यालय के साथ ही अनुदानित विद्यालय और मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को दोपहर का भोजन दिया जाता है। भोजन के लिए बच्चे अपने बर्तन खुद लाते हैं।
 एक करोड़ बच्चों को 114 करोड़ रुपए के बर्तन का तोहफा, थाली व गिलास वितरण योजना कार्यक्रम की शुरुआत में बेसिक शिक्षा सचिव अजय कुमार ने बताया कि बच्चों को दिए जाने वाले ये बर्तन स्कूल में ही रखे जाएंगे 

लखनऊ । मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने धनतेरस के दिन प्रदेश के सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले करीब एक करोड़ बच्चों को तोहफा दिया। उन्होंने राजधानी के मोहनलालगंज ब्लॉक स्थित अपर प्राइमरी स्कूल धनुवासांड़ से शुक्रवार को मध्यान भोजन योजनान्तर्गत विद्यार्थियों को ‘थाली व गिलास वितरण योजना का उद्घाटन किया। जिसके तहत, नवम्बर माह में प्रदेश भर के करीब एक करोड़ बच्चों को 114 करोड़ रुपए के खर्च से एक थाली और एक गिलास उपलब्ध कराया जाएगा।

इस समारोह में मुख्यमंत्री के साथ बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन, राज्यमंत्री विजय बहादुर पाल, राजेन्द्र चौधरी, मंत्री शिवाकांत ओझा, मंत्री राम गोविंद चौधरी, मंत्री शारदा प्रताप शुक्ल, विधायक इंदल रावत और चंद्रा रावत के साथ बेसिक शिक्षा विभाग से लेकर जिला प्रशासन तक के उच्च अधिकारी मौजूद रहे।

मंच से किया योजना में बदलाव

‘थाली व गिलास वितरण योजना कार्यक्रम की शुरुआत में बेसिक शिक्षा सचिव अजय कुमार ने बताया कि बच्चों को दिए जाने वाले ये बर्तन स्कूल में ही रखे जाएंगे। ताकि, वे स्कूल में मिलने वाले मध्यान भोजन के लिए इनका इस्तेमाल कर सकेंगे। लेकिन, मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के मंच से ही इसमें संशोधन कर दिया। उन्होंने घोषणा कि बच्चे इन बर्तनों को अपने घर भी ले जा सकेंगे।

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प्राइमरी शिक्षा और समान सिलेबस घोषणा पत्र में
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गांवों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए अहम कदम उठाए जाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इस सरकार में सरकारी शिक्षा के लिए काफी बदलाव किए गए। आने वाले चुनावों में बेहतर प्राइमरी शिक्षा और बच्चों को अच्छे स्वास्थ्य को घोषणा पत्र में जगह मिलेगी। इसी तरह, सरकारी स्कूलों में कई खर्चों के बावजूद बच्चे निजी के मुकाबले पिछे हैं। इनके स्तर को सुधारने के लिए निजी में पढ़ाए जाने वाले किताबों को सरकारी स्कूलों में लाकर उनका स्तर सुधारने की कवायद की जाएगी। मौजूदा सपा सरकार की उपलब्धि गिनाते हुए कहा कि अभी तक 55 लाख महिलाओं को समाजवादी पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा है। दोबारा मौका मिला तो शत प्रतिशत को इसका लाभ मिलेगा।

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बदलेगा पुलिस वालों के बात करने का तरीका, फोन कॉल पर सेवा

मुख्यमंत्री ने कहा कि 108 और 102 सेवा के माध्यम से सपा सरकार ने फोन कॉल पर एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराई है। इसी तरह ‘उत्तर प्रदेश 100 के अंतर्गत फोन पर पुलिस सेवा भी मिलेगी। नवम्बर में व्यवस्था करने जा रहे हैं। अगर कोई घटना होती है तो इस नम्बर पर कॉल करने पर पुलिस मौके पर पहुंचकर आगे की कार्रवाई करेगी। एफआईआर के लिए भी भटकना नहीं पड़ेगा। इतना ही नहीं, 100 नवम्बर मिलाने पर जो भी फोन उठाएगा उसकी भाषा खराब नहीं होगी और जो भी मदद करनी होगी उसकी तुरंत व्यवस्था की जाएगी।

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बर्तन घर ले जाने की घोषणा, खिल उठे बच्चों के चेहरे
अखिलेश यादव ने मंच पर आकर कहा कि बर्तन स्कूल में रखने से इनके मिलने की खुशी आधी है। इसलिए, अब इस बच्चे घर ले जा सकेंगे। ये सुनते ही कार्यक्रम स्थल पर बैठे स्कूल के बच्चों के चेहरे खिल उठे। मुख्यमंत्री के हाथ से बर्तन पाने वाले छठवीं कक्षा के छात्र आकाश कहते हैं कि वो अब घर में भी इन्ही बर्तनों का इस्तेमाल करेंगे। वहीं, सात साल की नंदनी कहती हैं कि वो रोज इन बर्तनों को स्कूल लेकर आएगी। स्कूल में करीब 400 बच्चे पढ़ते हैं। इनमें से दस (साहिल, नंदनी, कीर्ति, काजल, अजय, आकाश, गीता, नंदनी, संजना और शिवानी) के साथ योजना की शुरुआत की गई।

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