मॉडल स्कूलों में पढ़ाएं अफसरों की पत्नियां : सरकारी अधिकारियों की पत्नियों को भी प्रेरित किया जाए कि वे अपने घरेलू कार्य से समय निकालकर उन स्कूलों में नि:शुल्क अध्यापन का कार्य करें।
मेरठ : जनपद में बनकर तैयार हुए मॉडल स्कूलों में अध्यापकों की नियुक्ति न होने पर जिलाधिकारी पंकज यादव ने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित किया कि शिक्षा दान के आधार पर पढे़-लिखे एवं सामाजिक कार्यो में रुचि लेने वाले व्यक्तियों, सेवानिवृत्तों अधिकारियों को इन स्कूलों में नि:शुल्क पढ़ाने के लिए उनकी सेवाएं लें। इसमें सरकारी अधिकारियों की पत्िनयों को भी प्रेरित किया जाए कि वे अपने घरेलू कार्य से समय निकालकर उन स्कूलों में नि:शुल्क अध्यापन का कार्य करें। बता दें कि पिछले दिनों सीडीओ नवनीत सिंह चहल की पत्नी ने कस्तूरबा गांधी स्कूलों में कक्षाएं लेनी शुरू की थीं। उन्होंने बच्चों को अंग्रेजी और गणित के पाठ भी पढ़ाए।
गुरुवार को बचत भवन में जनपद के विकास एवं मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं से संबंधित कार्यो की समीक्षा के दौरान उन्होंने डीआइओएस को निर्देशित किया कि इस तरह का एक मॉडल बनाकर शासन के सम्मुख भी प्रस्तुत किया जाए। उन्होंने बताया कि मेरठ में दो मॉडल स्कूल बनकर तैयार हो गए हैं, जिसमें बली (परीक्षितगढ़) एवं कालद (सरूरपुर ब्लॉक) हैं। एक खरखौदा में निर्माणाधीन है।
जनपद में कृषि कार्य हेतु स्थापित होने वाले सोलर पम्पों की बेहद खराब स्थिति पर गंभीर रुख अपनाते हुए कृषि विभाग के अधिकारियों को चेतावनी दी और परियोजना प्रबंधक नेडा के साथ समन्वय बनाकर इस कार्य में प्रगति लाने का निर्देश दिया।
इस अवसर पर सीडीओ नवनीत सिंह चहल, सीएमओ डा. रमेश चन्द्रा, एसडीएम मवाना अरविन्द कुमार सिंह, पीडीडीडीओ एवं संबंधित विभाग के अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
खबर साभार : दैनिकजागरण
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