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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

शिक्षकों ने घेरा बीएसए कार्यालय : जूनियर स्कूलों के सहायक अध्यापकों की नहीं की गई पदोन्नति ; लटकते रहे स्कूलों में ताले

शिक्षकों ने घेरा बीएसए कार्यालय : जूनियर स्कूलों के सहायक अध्यापकों की नहीं की गई पदोन्नति ; लटकते रहे स्कूलों में ताले

लखनऊ। एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्ति शिक्षकों को नवीन अंशदायी पेंशन योजना का लाभ न दिए जाने, 17140 तथा 18150 का लाभ एक वर्ष बाद भी पात्र शिक्षकों को न दिए जाने सहित कई मांगों को लेकर परिषदीय विद्यालयों के सैकड़ों शिक्षक-शिक्षिकाओं ने मंगलवार को बीएसए कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। शाम तक चले प्रदर्शन के बाद भी बीएसए द्वारा ज्ञापन लेने न आने से शिक्षक नेता नाराज हो गए और बीएसए कार्यालय का घेराव कर नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामा बढ़ता देख पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। बाद में एडी बेसिक महेंद्र सिंह राणा के साथ बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी आए और ज्ञापन लिया। परिषदीय विद्यालयों के सैकड़ों शिक्षक मंगलवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक एवं जूनियर हाईस्कूल (पूर्व मा.) शिक्षक संघ के नेतृत्व में शिक्षा भवन में सुबह से इकट्ठा हो गए। उसके बाद शिक्षकों ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर अफसरों के खिलाफ नारेबाजी की। शिक्षकों के समर्थन में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक के प्रदेशीय मंत्री डॉ.आरपी मिश्र व अन्य पदाधिकारी भी शामिल हो गए। संघ के अध्यक्ष सुधांशु मोहन ने आरोप लगाया कि सचिव बेसिक शिक्षा परिषद के आदेश के बाद भी प्राइमरी स्कूलों के हेड तथा जूनियर स्कूलों के सहायक अध्यापकों की पदोन्नति नहीं की गई। आज जब धरना-प्रदर्शन शुरू हुआ तो इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई।

इसकेअलावा 17,140 तथा 18150 का लाभ पात्र शिक्षकों को एक साल से नहीं मिल रहा। सबसे खराब स्थिति मोहनलालगंज ब्लॉक की है जहां खंड शिक्षा अधिकारी की उदासीनता के कारण पात्र शिक्षक लाभ से वंचित हो रहे हैं। वहीं लेखा कार्यालय के बाबु अपने चेहेते शिक्षकों को इसका लाभ दे रहे हैं जो अनुचित है। सभी शिक्षकों के एरियर का भुगतान एक साथ किया जाए। शिक्षक नेता विनय कुमार सिंह और जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के अध्यक्ष मिश्री लाल यादव ने आरोप लगाया कि अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों को नवीन पेंशन का लाभ नहीं दिया जा रहा जिससे उनका भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। इसलिए जरूरी है कि सभी शिक्षकों को प्रान नंबर देकर सितंबर के वेतन से कटौती शुरू की जाए।

शिक्षकों के प्रदर्शन का सीधा असर मंगलवार को परिषदीय विद्यालयों पर पड़ा। जिले के ज्यादातर विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाएं धरना-प्रदर्शन में शामिल होने के लिए शिक्षा भवन में जुट गए। लिहाजा जिले के ज्यादातर परिषदीय विद्यालयों में ताले लटकते रहे। बच्चे आए और वापस लौट गए।

        खबर साभार : डीएनए

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  1. शिक्षकों ने घेरा बीएसए कार्यालय : जूनियर स्कूलों के सहायक अध्यापकों की नहीं की गई पदोन्नति ; लटकते रहे स्कूलों में ताले
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