लखनऊ (एसएनबी)। प्रदेश के बीएड कालेजों में दाखिले के लिए शनिवार को बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा आयोजित की गयी। परीक्षा प्रदेश के 16 जिलों में 363 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गयी थी। लगभग दस प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी है। पहली पाली में इलाहाबाद में एक मुन्ना भाई पकड़ा गया, जिसको पुलिस को सौंप दिया गया। परीक्षा में भी भूकंप का असर देखने को मिला। अभ्यर्थियों को सूचना मिल गयी थी कि डेढ़ और तीन बजे के बीच भी भूकंप के झटके आ सकते हैं। वहीं फैजाबाद में मुख्यमंत्री के आदेश का पालन करवाने के लिए पुलिस और प्रशासन ने कुछ परीक्षा केंद्रों को जबरन बंद कराने की कोशिश की, लेकिन बातचीत के बाद मामला शांत हो गया। प्रवेश परीक्षा समन्वयक और लविवि के प्रो. वाईके शर्मा ने बताया कि परीक्षा में कुल 183686 अभ्यर्थी शामिल होने थे, लेकिन लगभग 18 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी है। सही संख्या की गणना रविवार तक हो पाएगी। इसके लिए राजधानी में 36 परीक्षा केंद्र समेत प्रदेश के 16 शहरों में 363 परीक्षा केंद्र बनाये गये थे। परीक्षा दो पालियों में हुई। सुबह की पाली में इलाहाबाद के केपी इंटर कालेज में सीताराम सिंह को दूसरे की जगह परीक्षा देते हुए पकड़ा गया और उसे पुलिस को सौंप दिया गया। प्रो. शर्मा ने बताया कि इसी बीच भूकंप के झटके आ गये और मुख्यमंत्री ने प्रदेश के कालेजों में छुट्टी कर दी। मुख्यमंत्री के आदेश का पालन करने के लिए फैजाबाद के पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस कर्मियों ने परीक्षा वाले कुछ कालेजों को जबरन बंद कराने की कोशिश की, लेकिन पुलिस अधीक्षक से वार्ता के बाद पुलिस मान गयी और परीक्षा शांति से निपट गयी।
 खबर साभार : राष्ट्रीयसहारा
सूबे के 16 शहरों में 1.64 लाख अभ्यर्थियों ने दी बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा : बहन की जगह सॉल्वर बनकर बैठा भाई-
लखनऊ। सूबे के 16 शहरों में 363 केंद्रों पर बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा शनिवार को शांतिपूर्ण संपन्न हो गई। दो पालियों में हुई परीक्षा में कुल 1.83 लाख अभ्यर्थियों को शामिल होना था, पर करीब 1.64 लाख अभ्यर्थी ही शामिल हुए। 19725 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। इलाहाबाद में केपी इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र पर अपनी बहन की जगह सॉल्वर बनकर बैठे सीताराम सिंह को पकड़ लिया गया। उसने पूछताछ में कुबूला कि वह अपनी बहन को बीएड प्रवेश परीक्षा पास करवाने के लिए उसकी जगह बैठा था। दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है।
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संयुक्त प्रवेश परीक्षा के स्टेट को-ऑर्डिनेटर प्रो. वाईके शर्मा ने बताया कि इलाहाबाद में एक मामले के अलावा प्रदेश में कहीं भी किसी गड़बड़ी की शिकायत सामने नहीं आई है। उन्होंने बताया कि कोई भी अभ्यर्थी प्रवेश पत्र के अभाव में परीक्षा से वंचित न हो, इसके लिए परीक्षा शुरू होने के पंद्रह मिनट पहले तक कंट्रोल रूम से स्टूडेंट्स को उनके रजिस्ट्रेशन नंबर बताए गए, ताकि वे ऑनलाइन एडमिट कार्ड हासिल कर सकें। पिछले चार दिनों में करीब 4 हजार अभ्यर्थियों को उनका रजिस्ट्रेशन नंबर बताकर ऑनलाइन एडमिट कार्ड जारी करवाया गया।
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