शिक्षा विभाग के अफसरों को देना होगा संपत्ति का ब्यौरा : ब्यौरा न देने और छिपाने वालों के खिलाफ होगी कारवाई-
१-बताना होगा उनके व परिवारीजनों के नाम कितनी हैं संपत्तियां
२-माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने दिया निर्देश
लखनऊ। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी अनिवार्य रूप से संपत्तियों का ब्यौरा देना होगा। उन्हें बताना होगा कि उनके व परिवारीजनों के नाम पर कितनी चल और अचल संपत्तियां हैं। यह ब्यौरा उन्हें निर्धारित प्रारूप पर फैक्स या ई-मेल के जरिये देना होगा। इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं चलेगी। ब्यौरा न देने या छिपाने की जानकारी मिलने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को निर्देश के साथ प्रारूप भेज दिया है।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर आए दिन आय से अधिक संपत्ति होने के आरोप लगते रहते हैं। इस बारे में लोकायुक्त के यहां भी कई अधिकारियों की शिकायतें हो चुकी हैं। इसलिए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय चाहता है कि बेसिक व माध्यमिक शिक्षा परिषद के जितने भी अधिकारी हैं उनकी संपत्तियों का ब्यौरा एकत्र कर लिया जाए ताकि जरूरत पर इसे उच्च स्तर के अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया जा सके।
इसके मद्देनजर मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक, मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक, डायट प्राचार्य और सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि विभागीय अधिकारियों से उनकी चल-अचल संपत्तियों का ब्यौरा जुटाते हुए निदेशालय को उपलब्ध कराया जाए। इसे फैक्स नंबर 0532-2622346 या फिर ई-मेल आईडी admadhyamik@gmail.com पर मेल कर दें। निर्धारित समय के अंदर ब्यौरा न देने वाले अधिकारियों की सूची भी दी जाए जिससे उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा सके।
खबर साभार : अमरउजाला
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