logo

Basic Siksha News.com
बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट कॉम

एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

शिक्षकों के गायब बोनस के रिकार्ड का नहीं चला पता : करीब 75 लाख 2500 रुपये का भुगतान लटका-

शिक्षकों के गायब बोनस के रिकार्ड का नहीं चला पता : करीब 75 लाख 2500 रुपये का भुगतान लटका

१-दो साल बाद भी मिठौरा ब्लाक के शिक्षकों का बोनस भुगतान नहीं किया गया

२-कई बार धरना- प्रदर्शन करने के बाद बाद भी शिक्ष्कों के बोनस का भुगतान नहीं हुआ

३-जिला अध्यक्ष अभय कुमार दूबे का कहना है कि भुगतान न होने पर धरना दिया जाएगा

महराजगंज। वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा कार्यालय से मिठौरा ब्लाक के शिक्षकों का गायब बोनस का रिकार्ड का अब तक नहीं पता चल सका है। इससे ब्लाक के करीब 215 शिक्षकों का करीब 75 लाख 2500 रुपये का भुगतान नहीं हो पा रहा है।

2011-2012 में मिठौरा ब्लाक के शिक्षकों को छोड़कर अन्य सभी 11 ब्लाक के शिक्षकों का बोनस भुगतान कर दिया गया। दो साल बीत जाने के बाद भी मिठौरा ब्लाक के शिक्षकों का बोनस भुगतान नहीं किया गया। भुगतान सभी शिक्षकों को 2012 में ही हो जाना चाहिए। भुगतान के लिए शिक्षकों ने डीएम, बीएसए व तत्कालीन वित्त एवं लेखाधिकारी प्रमोद चंद शाह को कई बार प्रार्थना पत्र दिया। कई बार धरना- प्रदर्शन किया। उसके बाद भी भुगतान नहीं हुआ। गुस्साए मिठौरा ब्लाक के शिक्षकाें ने अगस्त 2014 में वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय बेसिक शिक्षा के सामने धरना दिया।

धरना के बाद वित्त एवं लेखाधिकारी संदीप कुमार ने शिक्षकों के बोनस संबंधी रिकार्ड को खोजवाया तो पता चला कि मिठौरा ब्लाक के शिक्षकों के बोनस का रिकार्ड कार्यालय से गायब है। इसके बाद उन्होंने पटल देख रहे लिपिक अर्जुन को 25 सितंबर को पत्र लिखकर रिकार्ड उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। लिपिक अर्जुन ने लिखकर दे दिया कि शिक्षकों का बोनस संबंधी कार्य पहले लिपिक नूरल ऐन देख रहे थे। उन्हाेंने मिठौरा ब्लाक के शिक्षकों का बोनस संबंधी कोई रिकार्ड नहीं दिया है। वित्तीय अनियमितता में लिपिक नुरलैन को वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय गोरखपुर में सम्बद्ध कर दिया गया। विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष अभय कुमार दूबे का कहना है कि शिक्षकों के बोनस की धनराशि में अनियमितता किए जाने की संभावना है।

भुगतान नहीं किया गया तो फिर से धरना दिया जाएगा। वित्त एवं लेखा अधिकारी बेसिक शिक्षा संदीप कुमार का कहना है कि अभी फाइल नहीं मिली है। अर्जुन बाबू से रिकार्ड मांगा गया था लेकिन उन्होंने बताया कि रिकार्ड तत्कालीन लिपिक नूरलैन के पास है। नूरलैन ने रिकार्ड नहीं दिया है। नूरलैन के आने के बाद रिकार्ड खोजवाया जाएगा। रिकार्ड नहीं मिलने पर लिपिक नूरलैन के खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।

         खबर साभार : अमरउजाला

Post a Comment

0 Comments