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एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग की समस्त सूचनाएं एक साथ

बलरामपुर अस्पताल में शिक्षामित्रों का हंगामा : चिकित्सा प्रमाण पत्र बनवाने को लेकर मामला गरमाया

बलरामपुर अस्पताल में शिक्षामित्रों का हंगामा : चिकित्सा प्रमाण पत्र बनवाने को लेकर मामला गरमाया

लखनऊ (एसएनबी)। चिकित्सा प्रमाण पत्र बनवाने सैकड़ों की संख्या में आये शिक्षा मित्रों ने शनिवार को बलरामपुर अस्पताल में हंगामा किया। उनकी मांग थी कि जांच करके तत्काल रिपोर्ट दी जाये। इसके लिए शिक्षा मित्र अस्पताल के निदेशक कार्यालय पहुंचे, जहां मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. यूएन रॉय ने खून की जांच छोड़कर एक्सरे और आंखों की जांच अवधि बढ़ाने के निर्देश दिये। इसके चलते साढ़े चार बजे तक जांच कार्य चला। ऐसे में चिकित्सा व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हो गयी। रक्त की जांच से वंचित रहे तमाम शिक्षा मित्र सोमवार को बुलाये गये हैं। शनिवार को मुख्य चिकित्साधिकारी से चिकित्सा प्रमाण के लिए जांच पर्ची को लेकर सैकड़ों की संख्या में शिक्षा मित्र बलरामपुर अस्पताल पहुंचे, जहां पैथालॉजी में पूर्वाह्न 11 बजे रक्त के नमूने लेने का समय खत्म हो चुका था। शिक्षा मित्रों ने दबाव बनाया तो रक्त के नमूने संग्रह का समय आधा घण्टा बढ़ा दिया गया, लेकिन अभ्यर्थियों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही थी। लखनऊ ही नहीं आसपास के जिलों के शिक्षा मित्रों के आने का क्रम जारी रहा। ऐसे में पैथालॉजी के कर्मचारी ने रक्त के नमूने लेने से मना कर दिया। इससे नाराज शिक्षा मित्रों ने हंगामा शुरू कर दिया। स्थिति को बिगड़ते देख कर्मचारियों ने जांच कर तत्काल रिपोर्ट देने की मांग की साढ़े चार बजे तक चला जांच कार्य रक्त की जांच कराने वाले तमाम शिक्षामित्र सोमवार को बुलाये गये |

पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने स्थिति को नियंतण्रमें किया। इसके बाद शिक्षा मित्र अस्पताल के निदेशक कार्यालय पहुंचे, जहां उनकी मांग पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. यूएन रॉय ने खून की जांच छोड़कर एक्सरे व नेत्र की जांच अवधि बढ़ाने के निर्देश दिये। पैथालॉजी में 184 शिक्षा मित्रों ने जांच करायी, जबकि एक्सरे विभाग में जांच कराने वाले अभ्यर्थियों की संख्या तीन सौ के करीब पहुंच गयी। इसी तरह नेत्र जांच कराने वाले रहे। बड़ी संख्या में शिक्षा मित्रों की जांच के कारण तमाम मरीज बिना जांच कराये लौट गये।

     साभार : राष्ट्रीय सहारा

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