72825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती का कैलेण्डर गड़बड़ाया : भेजे जायेगे डाटा जिसकी होगी क्रास चेकिंग -
लखनऊ (एसएनबी)। प्रदेश के परिषदीय स्कूलों के लिए 72825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती प्रक्रिया की सुस्त रफ्तार के कारण निर्धारित कैलेण्डर गड़बड़ा गया है। शिक्षक भर्ती के लिए जारी शासनादेश के मुताबिक 20 जुलाई से अंतिम वरीयता सूची जारी होने के बाद डायट समिति को अभ्यर्थियों की काउंसलिंग करनी थी, लेकिन अब कैलेण्डर के मुताबिक भर्ती प्रक्रिया का चल पाना मुमकिन नहीं रह गया है।
शिक्षक भर्ती की कमान संभाले राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने शुरुआती दौर में तेजी दिखाते हुए 4 जुलाई को अनन्तिम वरीयता सूची तो जारी कर दी थी, लेकिन कई दिनों तक संस्थान की वेबसाइट ठप रहने से अभ्यर्थियों को अपनी वरीयता की जानकारी नहीं मिल पायी। मेरिट को लेकर फजीहत होने के बाद पांच वेसबाइट के जरिये जैसे-तैसे जिले वार वरीयता तो पता चली, लेकिन प्रत्यावेदनों का अम्बार लग गया।
आवेदन की त्रुटि सुधारने के लिए प्रत्यावेदन देने की अंतिम तिथि 21 जुलाई को हजारों की संख्या में प्रत्यावेदन आये हैं जबकि डाक से आने वाले प्रत्यावेदनों का सिलसिला अभी एक-दो दिन चलता ही रहेगा। प्रत्यावेदनों के आधार पर अभ्यर्थियों के विवरण में संशोधन होगा। इसके साथ ही भर्ती प्रक्रिया में शुल्क वापस लेने के बाद दोबारा फीस जमा कर भर्ती प्रक्रिया में शामिल अभ्यर्थियों की एक बार फिर वरीयता सूची तैयार करायी जाएगी। इसके बाद एनआईसी को डाटा देने के बाद संशोधित वरीयता सूची जारी होगी। इस सभी काम को पूरा करने में एक सप्ताह से ज्यादा का समय लगना तय है।
एससीईआरटी से जुड़े अफसरों का कहना है कि पहले डाटा फीडिंग व संशोधन का काम जिलों में डायट स्तर पर होगा फिर डाटा एससीईआरटी को भेजा जाएगा, जहां इसकी क्रास चेकिंग होगी। इसके बाद फिर एनआईसी को डाटा देकर वेबसाइट पर जिले वार आरक्षण तय करने के बाद मेरिट सूची जिलों को भेजी जाएगी। इसमें कम से कम 15 दिन लगना तय है। इसके बाद ही भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सकेगा।
साभार : राष्ट्रीय सहारा
लखनऊ (एसएनबी)। प्रदेश के परिषदीय स्कूलों के लिए 72825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती प्रक्रिया की सुस्त रफ्तार के कारण निर्धारित कैलेण्डर गड़बड़ा गया है। शिक्षक भर्ती के लिए जारी शासनादेश के मुताबिक 20 जुलाई से अंतिम वरीयता सूची जारी होने के बाद डायट समिति को अभ्यर्थियों की काउंसलिंग करनी थी, लेकिन अब कैलेण्डर के मुताबिक भर्ती प्रक्रिया का चल पाना मुमकिन नहीं रह गया है।
शिक्षक भर्ती की कमान संभाले राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने शुरुआती दौर में तेजी दिखाते हुए 4 जुलाई को अनन्तिम वरीयता सूची तो जारी कर दी थी, लेकिन कई दिनों तक संस्थान की वेबसाइट ठप रहने से अभ्यर्थियों को अपनी वरीयता की जानकारी नहीं मिल पायी। मेरिट को लेकर फजीहत होने के बाद पांच वेसबाइट के जरिये जैसे-तैसे जिले वार वरीयता तो पता चली, लेकिन प्रत्यावेदनों का अम्बार लग गया।
आवेदन की त्रुटि सुधारने के लिए प्रत्यावेदन देने की अंतिम तिथि 21 जुलाई को हजारों की संख्या में प्रत्यावेदन आये हैं जबकि डाक से आने वाले प्रत्यावेदनों का सिलसिला अभी एक-दो दिन चलता ही रहेगा। प्रत्यावेदनों के आधार पर अभ्यर्थियों के विवरण में संशोधन होगा। इसके साथ ही भर्ती प्रक्रिया में शुल्क वापस लेने के बाद दोबारा फीस जमा कर भर्ती प्रक्रिया में शामिल अभ्यर्थियों की एक बार फिर वरीयता सूची तैयार करायी जाएगी। इसके बाद एनआईसी को डाटा देने के बाद संशोधित वरीयता सूची जारी होगी। इस सभी काम को पूरा करने में एक सप्ताह से ज्यादा का समय लगना तय है।
एससीईआरटी से जुड़े अफसरों का कहना है कि पहले डाटा फीडिंग व संशोधन का काम जिलों में डायट स्तर पर होगा फिर डाटा एससीईआरटी को भेजा जाएगा, जहां इसकी क्रास चेकिंग होगी। इसके बाद फिर एनआईसी को डाटा देकर वेबसाइट पर जिले वार आरक्षण तय करने के बाद मेरिट सूची जिलों को भेजी जाएगी। इसमें कम से कम 15 दिन लगना तय है। इसके बाद ही भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सकेगा।
साभार : राष्ट्रीय सहारा
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