यूनिफार्म के लिए अब तक नहीं आया बजट : नए सत्र में ड्रेस के लिए करना होगा इंतजार -
१-व्यवस्था का अभाव
२-यूनिफार्म के लिए अब तक नहीं आया बजट
३-नए सत्र शुरू होने में रह गए केवल नौ दिन
४-नए सत्र में बच्चों को ड्रेस के लिए करना होगा इंतजार
लखनऊ : पिछले साल की तरह ही इस बार भी नए सत्र में सरकारी स्कूलों के बच्चों को ड्रेस के लिए लंबा इंतजार करना होगा। प्राइमरी और उच्च प्राइमरी स्कूलों को खुलने में केवल नौ दिन ही शेष हैं और अब तक ड्रेस के लिए सरकार की ओर से बजट तक जारी नहीं किया गया है। ऐसे में बच्चों को जल्द यूनिफार्म मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
कक्षा एक से कक्षा आठ तक के बच्चों को सरकार की ओर से दो जोड़ी नि:शुल्क यूनिफार्म दिया जाता है। इसके लिए सरकार की ओर से प्रति बच्चा चार सौ रुपए दिया जाता है। बजट जारी होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग यह पैसा स्कूलों को जारी करता है। इसके बाद स्कूलों की क्रय-विक्रय समिति यूनिफार्म तैयार कराने का आर्डर देती है। इस पूरी प्रक्रिया में कई दिन लग जाते हैं। अब जबकि स्कूल खुलने में केवल नौ दिन ही शेष हैं अब तक यूनिफार्म के लिए बजट तक जारी नहीं किया गया है। ऐसे में जुलाई महीने में बच्चों को बिना यूनिफार्म ही आना पड़ेगा।
इस बारे में बेसिक शिक्षा अधिकारी सर्वदानंद का कहना है कि अभी हमारे बजट की कोई जानकारी नहीं है ऐसे में हम यूनिफार्म के बारे में कुछ नहीं कह सकते हैं। हमारे पास जब भी बजट आएगा हम तत्काल बच्चों को यूनिफार्म देने की प्रक्रिया शुरू कर देंगे। गौरतलब है कि पिछले सत्र में यूनिफार्म वितरण को लेकर जमकर लापरवाही बरती गयी। यूनिफार्म वितरण का यह आलम था कि कुछ स्कूलों में सत्र की समाप्ति पर भी यूनिफार्म नहीं मिल पायी थी। प्राय: हम बार बार देखते हैं कि सरकारी स्कूलों में इसी तरह की अव्यवस्था है। सिर्फ यूनिफार्म ही नहीं मिड डे मील की व्यवस्था भी पूर्ण रूप से कारगर नहीं है और इसमें समय समय पर खामियां देखने को मिलती रहती हैं।
-:-बजट बढ़ाने की मांग-:-
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय अध्यक्ष लल्लन मिश्र का कहना है कि सरकार को प्रति बच्चा यूनिफार्म का पैसा बढ़ाना चाहिए। सरकार अब तक प्रति बच्चा यूनिफार्म के लिए चार सौ रुपये देती है। इस धनराशि में सिलाई भी शामिल है। महंगाई के इस दौर में इतने कम पैसे में यूनिफार्म के नाम पर बच्चों के साथ मजाक से कम नहीं है।
साभार : दैनिक जागरण
१-व्यवस्था का अभाव
२-यूनिफार्म के लिए अब तक नहीं आया बजट
३-नए सत्र शुरू होने में रह गए केवल नौ दिन
४-नए सत्र में बच्चों को ड्रेस के लिए करना होगा इंतजार
लखनऊ : पिछले साल की तरह ही इस बार भी नए सत्र में सरकारी स्कूलों के बच्चों को ड्रेस के लिए लंबा इंतजार करना होगा। प्राइमरी और उच्च प्राइमरी स्कूलों को खुलने में केवल नौ दिन ही शेष हैं और अब तक ड्रेस के लिए सरकार की ओर से बजट तक जारी नहीं किया गया है। ऐसे में बच्चों को जल्द यूनिफार्म मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
कक्षा एक से कक्षा आठ तक के बच्चों को सरकार की ओर से दो जोड़ी नि:शुल्क यूनिफार्म दिया जाता है। इसके लिए सरकार की ओर से प्रति बच्चा चार सौ रुपए दिया जाता है। बजट जारी होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग यह पैसा स्कूलों को जारी करता है। इसके बाद स्कूलों की क्रय-विक्रय समिति यूनिफार्म तैयार कराने का आर्डर देती है। इस पूरी प्रक्रिया में कई दिन लग जाते हैं। अब जबकि स्कूल खुलने में केवल नौ दिन ही शेष हैं अब तक यूनिफार्म के लिए बजट तक जारी नहीं किया गया है। ऐसे में जुलाई महीने में बच्चों को बिना यूनिफार्म ही आना पड़ेगा।
इस बारे में बेसिक शिक्षा अधिकारी सर्वदानंद का कहना है कि अभी हमारे बजट की कोई जानकारी नहीं है ऐसे में हम यूनिफार्म के बारे में कुछ नहीं कह सकते हैं। हमारे पास जब भी बजट आएगा हम तत्काल बच्चों को यूनिफार्म देने की प्रक्रिया शुरू कर देंगे। गौरतलब है कि पिछले सत्र में यूनिफार्म वितरण को लेकर जमकर लापरवाही बरती गयी। यूनिफार्म वितरण का यह आलम था कि कुछ स्कूलों में सत्र की समाप्ति पर भी यूनिफार्म नहीं मिल पायी थी। प्राय: हम बार बार देखते हैं कि सरकारी स्कूलों में इसी तरह की अव्यवस्था है। सिर्फ यूनिफार्म ही नहीं मिड डे मील की व्यवस्था भी पूर्ण रूप से कारगर नहीं है और इसमें समय समय पर खामियां देखने को मिलती रहती हैं।
-:-बजट बढ़ाने की मांग-:-
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय अध्यक्ष लल्लन मिश्र का कहना है कि सरकार को प्रति बच्चा यूनिफार्म का पैसा बढ़ाना चाहिए। सरकार अब तक प्रति बच्चा यूनिफार्म के लिए चार सौ रुपये देती है। इस धनराशि में सिलाई भी शामिल है। महंगाई के इस दौर में इतने कम पैसे में यूनिफार्म के नाम पर बच्चों के साथ मजाक से कम नहीं है।
साभार : दैनिक जागरण
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