१-मामला शिक्षक और शिक्षिकाओं को असभ्य शब्दों से सम्बोधन का मामला
२-सोमवार को एडी बेसिक श्री विनय कुमार गिल के साथ हुई बैठक में मामला सुलझा
३-बीएसए कार्यालय में हुई तोड़फोड़ पर शिक्षक शिक्षिकाओं पर मुकदमा दर्ज
जागरण संवाददाता : मर्चेट चैंबर हाल में आयोजित कार्यक्रम में बीएसए द्वारा दिये गये बयान से मचा बवाल, उनके माफी मांगने के साथ ही समाप्त हो गया। सोमवार को एडी बेसिक विनय कुमार गिल के समक्ष हुई बैठक में शिक्षक संगठनों और बेसिक शिक्षा अधिकारी के बीच में समझौता हो गया।
बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद यादव ने सफाई देते हुए कहा कि 'मेरी भावना सदैव शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को सम्मान करने की रही है और हमेशा रहेगी। जो भी मेरे बारे में कहा गया वैसी कोई टिप्पणी मैंने नहीं की है। यदि फिर भी मेरे द्वारा दिये गये बयानों से शिक्षक शिक्षिकाएं मर्माहत हैं तो मैं शुरु से ही अपने शब्द को वापस लेते हुए मैं क्षमा मांगता हूं और शिक्षक शिक्षिकाओं का सम्मान करता हूं।' इस मौके पर सभी संगठनों ने तय किया कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के विरूद्ध कोई धरना प्रदर्शन नहीं किया जाएगा तथा इस प्रकरण को यहीं समाप्त किया जाए। इस मौके पर उपायुक्त खाद्य अनूप शंकर व शिक्षक संगठनों से विपिन कुमार तिवारी, गणेश शंकर त्रिपाठी, रमेश बाबू पाण्डेय, अभय मिश्र, दिनेश प्रसाद त्रिपाठी, सरिता कटियार, मीनू सिंह, मधू शुक्ला, सुनीता शुक्ला आदि मौजूद रहे। उधर शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ सुबह से बीएसए कार्यालय पर कलम बंद हड़ताल पर बैठा रहा। शाम को जब मुकदमे की जानकारी हुई तो हड़ताल समाप्त हुई। इस दौरान परवेज आलम, आनंद शुक्ला, पंकज मिश्रा, फजील अहमद, शरद अवस्थी, सरताज शीलू आदि मौजूद रहे।
बीएसए कार्यालय में हुई घटना पर मुकदमा दर्ज
कानपुर: बीएसए कार्यालय में शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा तोड़फोड़ और प्रदर्शन करने के मामले में गोविन्दनगर थाने में मुकदमा दर्ज हो गया है। एसआई सुरेश सिंह की तहरीर पर करीब 280 शिक्षक शिक्षिकाओं के खिलाफ कुर्सियां व फर्नीचर तोड़ने, नारेबाजी, संपति को नुकसान और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज हो गया है।
साभार : दैनिक जागरण
२-सोमवार को एडी बेसिक श्री विनय कुमार गिल के साथ हुई बैठक में मामला सुलझा
३-बीएसए कार्यालय में हुई तोड़फोड़ पर शिक्षक शिक्षिकाओं पर मुकदमा दर्ज
जागरण संवाददाता : मर्चेट चैंबर हाल में आयोजित कार्यक्रम में बीएसए द्वारा दिये गये बयान से मचा बवाल, उनके माफी मांगने के साथ ही समाप्त हो गया। सोमवार को एडी बेसिक विनय कुमार गिल के समक्ष हुई बैठक में शिक्षक संगठनों और बेसिक शिक्षा अधिकारी के बीच में समझौता हो गया।
बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद यादव ने सफाई देते हुए कहा कि 'मेरी भावना सदैव शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को सम्मान करने की रही है और हमेशा रहेगी। जो भी मेरे बारे में कहा गया वैसी कोई टिप्पणी मैंने नहीं की है। यदि फिर भी मेरे द्वारा दिये गये बयानों से शिक्षक शिक्षिकाएं मर्माहत हैं तो मैं शुरु से ही अपने शब्द को वापस लेते हुए मैं क्षमा मांगता हूं और शिक्षक शिक्षिकाओं का सम्मान करता हूं।' इस मौके पर सभी संगठनों ने तय किया कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के विरूद्ध कोई धरना प्रदर्शन नहीं किया जाएगा तथा इस प्रकरण को यहीं समाप्त किया जाए। इस मौके पर उपायुक्त खाद्य अनूप शंकर व शिक्षक संगठनों से विपिन कुमार तिवारी, गणेश शंकर त्रिपाठी, रमेश बाबू पाण्डेय, अभय मिश्र, दिनेश प्रसाद त्रिपाठी, सरिता कटियार, मीनू सिंह, मधू शुक्ला, सुनीता शुक्ला आदि मौजूद रहे। उधर शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ सुबह से बीएसए कार्यालय पर कलम बंद हड़ताल पर बैठा रहा। शाम को जब मुकदमे की जानकारी हुई तो हड़ताल समाप्त हुई। इस दौरान परवेज आलम, आनंद शुक्ला, पंकज मिश्रा, फजील अहमद, शरद अवस्थी, सरताज शीलू आदि मौजूद रहे।
बीएसए कार्यालय में हुई घटना पर मुकदमा दर्ज
कानपुर: बीएसए कार्यालय में शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा तोड़फोड़ और प्रदर्शन करने के मामले में गोविन्दनगर थाने में मुकदमा दर्ज हो गया है। एसआई सुरेश सिंह की तहरीर पर करीब 280 शिक्षक शिक्षिकाओं के खिलाफ कुर्सियां व फर्नीचर तोड़ने, नारेबाजी, संपति को नुकसान और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज हो गया है।
साभार : दैनिक जागरण
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